रांची
सत्तासीन झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के वरिष्ठ नेता विनोद कुमार पांडेय ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोला है। भाजपा के आरोपों का पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा को स्पष्ट करना चाहिए कि वह दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को किस दिशा में ले जाना चाहती है। पांडेय ने जोर देकर कहा कि भारतीय संविधान की मूल भावना — लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता, साम्यवाद, गणराज्यवाद, न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुता — को बनाए रखना हर दल का दायित्व है, जिसे संविधान की प्रस्तावना में सुंदर ढंग से व्यक्त किया गया है।
पांडेय ने भाजपा पर धार्मिक उन्माद फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि देश की जनता अब समझने लगी है कि भाजपा किस प्रकार चुनावी लाभ के लिए समाज में विभाजन करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि बिहार और बंगाल में आगामी चुनावों को देखते हुए भाजपा एक बार फिर अपनी घृणित साम्प्रदायिक राजनीति को हवा देने का प्रयास कर रही है, लेकिन जनता ने झारखंड में हाल ही में हुए लोकसभा और विधानसभा चुनावों में इंडिया गठबंधन के पक्ष में वोट देकर यह स्पष्ट कर दिया है कि साम्प्रदायिकता की राजनीति का कोई स्थान नहीं है।
झारखंड में घुसपैठ के मुद्दे पर भाजपा द्वारा मचाए जा रहे शोर को पांडेय ने चुनावी प्रोपेगेंडा करार दिया। उन्होंने कहा कि जब केंद्र में भाजपा की सरकार पिछले दस-ग्यारह वर्षों से है, तो अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी उन्हीं की है। इसके बावजूद अगर घुसपैठ की घटनाएं हो रही हैं, तो इसका जवाब केंद्रीय गृह मंत्रालय को देना चाहिए। पांडेय ने हालिया पहलगाम घटना का हवाला देते हुए कहा कि सुरक्षा में हुई चूक की जिम्मेदारी तय करने के बजाय भाजपा धर्म की आड़ लेकर जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे इस प्रपंच को समझें और संविधान की मूल भावना को बनाए रखने के लिए एकजुट रहें।