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जुआ खेलते धराए पुलिसकर्मी, 5 लाख जब्त; बाबूलाल बोले- यहां से मिला ऑक्सीजन

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द फॉलोअप डेस्क:

रांची पुलिस शहर को अपराधमुक्त बनाने की बजाय खुद अपराध में लिप्त है। जिन पुलिसकर्मियों पर शहर को अवांछित तत्वों से सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी है, वे खुद ही अपराधियों जैसा व्यवहार कर रहे हैं। संगीन अपराधों पर लगाम लगाने के लिए वरीय पुलिस अधिकारियों ने रात्रि गश्त लगाकर जुआ और शराब के अड्डों को खत्म करने का निर्देश दिया है लेकिन, पुलिस खुद जुआ खेल रही है। हैरानी वाली बात यह है कि पुलिस न केवल खुद जुआ खेल रही है बल्कि अपराधियों को भी इसमें शामिल कर लिया है। शनिवार देर रात यह सनसनीखेज खुलासा हुआ।

किराए के मकाने में जुआ खेल रहे थे पुलिसकर्मी
दरअसल, बीती रात रांची के वरीय पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा को यह जानकारी मिली थी कि शहर में किराए के मकान में पुलिसकर्मी इकट्ठा हैं और वहां जुआ खेला जा रहा है। बताने वाले ने एसएसपी को यह भी जानकारी दी कि पुलिसवालों द्वारा उक्त मकान में जुआ खेलाने का भी इंतजाम किया गया है। इस सूचना के आधार पर एसएसपी ने आनन-फानन में गोंदा थाना को सूचना दी और त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया। गोंदा थाना की पुलिस ने छापेमारी की।

रांची एसएसपी को मिली सूचना पर हुई कार्रवाई
गोंदा पुलिस ने एसएसपी द्वारा प्राप्त सूचना का सत्यापन करते हुए छापा मारा। वहां कई पुलिसकर्मियों को जुआ खेलते हुए पकड़ा। पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर गोंदा थाना में रखा है। गोंदा थाना प्रभारी ने भी मामले की पुष्टि की। कहा कि मामले में जरूरी कार्रवाई की जा रही है। वरीय अधिकारियों के निर्देश पर इस मामले में विधि-सम्मत कार्रवाई की जाएगी। शहर की सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह चिंताजनक है। 

बाबूलाल मरांडी ने केस में सीएम हेमंत को घेरा
उक्त मामले में प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। बाबूलाल मरांडी ने दावा किया है कि जुआ खेलते हुए पकड़े गए कुछ पुलिसकर्मी सीएम आवास में भी तैनात हैं। बाबूलाल मरांरी ने मामले को रफा-दफा करने का आरोप लगाया है। बाबूलाल मरांडी ने अपने ट्विटर (एक्स) पर लिखा कि "गोंदा थानाक्षेत्र में देर रात पुलिकर्मी सहित अन्य लोग जुआ खेलते पकड़े गए हैं। पुलिसकर्मी खुद भी जुआ खेल रहे थे और खेलवा भी रहे थे। पूरे प्रकरण की खास बात यह है कि इनमें से कुछ पुलिसकर्मी मुख्यमंत्री आवास में भी कार्यरत हैं। इस बात को छिपाया जा रहा है।" 

बाबूलाल मरांडी ने लिखा कि "जिस राज्य का मुखिया सुबह से रात तक बस चोरी और हेरा-फेरी के गोरखधंधे में लिप्त हो वहां नाक के नीचे काम करे वालों ऐसा अपराध करने का ऑक्सीजन मिलता रहेगा। उन्होंने कहा कि जब बॉस ही राज्य के साथ रोज जुआ खेले तो चेले क्यों पीछे रहेंगे।"