द फॉलोअप डेस्क
गणतंत्र दिवस 2025 के अवसर पर दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आयोजित परेड में झारखंड की झांकी ने अपनी विशेषता से सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। इस बार झारखंड की झांकी ने एक तरफ जहां राज्य की समृद्ध संस्कृति और विकास को प्रदर्शित किया। तो, वहीं दूसरी तरफ, टाटा समूह के पूर्व प्रमुख रतन टाटा को श्रद्धांजलि भी दी।
मालूम हो कि रतन टाटा से झारखंड का गहरा संबंध था। इसका कारण है कि टाटा स्टील राज्य के सबसे बड़े उद्योगों में से एक है। रतन टाटा का 9 अक्टूबर 2024 को निधन हो गया था। ऐसे में गणतंत्र दिवस के अवसर पर राज्य सरकार ने उन्हें कर्तव्य पथ पर एक अनोखे तरीके से श्रद्धांजलि अर्पित करने का निर्णय लिया। बता दें कि इस बार झांकी में झारखंड की विविध संस्कृति, पारंपरिक नृत्य, और नारी शक्ति के बढ़ते कदमों का भी अद्भुत प्रदर्शन किया गया। खासकर शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती भूमिका को दर्शाया गया। झारखंड की झांकी को इस बार काफी सराहा गया। यह झांकी राज्य की पहचान को उजागर करती है। पिछले साल की तसर सिल्क पर आधारित झांकी के बाद इस साल की झांकी को और भी अधिक ध्यान से देखा गया। मालूम हो कि गणतंत्र दिवस परेड में झारखंड सहित कुल 15 राज्यों की झांकियां प्रदर्शित हुईं।