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7 दिवसीय रचनात्मक लेखन कार्यशाला का आगाज 27 जनवरी से, ऐसे ले सकते हैं हिस्सा

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द फॉलोअप डेस्क, रांची:

डॉ. रामदयाल मुंडा जनजातीय कल्याण शोध संस्थान द्वारा 7 दिवसीय ‘रचनात्मक लेखन कार्यशाला’ का आयोजन 27 जनवरी से 2 फरवरी तक किया जा रहा है। कार्यशाला का उद्घाटन अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव राजीव अरुण एक्का करेंगे। कार्यशाला का उद्देश्य राज्य के संभावनाशील आदिवासी युवाओं में रचनात्मक लेखन का विकास करना, फिल्म_वृत्त चित्र  निर्माण तथा अनुवाद की विविध प्रविधि  से परिचित कराना है। बता दें कि रचनात्मक लेखन कार्यशाला का पहला चरण जून 2023 में किया गया था, उपर्युक्त कार्यशाला उसी कड़ी का दूसरा  चरण है। 

कार्यशाला में किन विषयों पर होगी चर्चा
7 दिवसीय कार्यशाला में साहित्य (विषय- कथा और कथेतर साहित्य), फिल्म (विषय - समानांतर सिनेमा) और अनुवाद ( विषय - गद्य साहित्य का अनुवाद) पर 3 समानांतर कार्यशालाओं  का आयोजन होगा। साहित्य कार्यशाला में प्रतिदिन 5 सत्र, फिल्म कार्यशाला में प्रतिदिन 4 सत्र और अनुवाद कार्यशाला में प्रतिदिन 3 सत्रों का आयोजन किया जाएगा। इन कार्यशालाओं में देश व राज्य से विभिन्न साहित्यकारों, फिल्मकारों व अनुवादकों को आमंत्रित किया गया है। व्याख्याताओं में रविभूषण, चौथी राम यादव, विजय बहादुर सिंह, अलका सरावगी , यादवेंद्र, अश्विनी कुमार पंकज, वन्दना टेटे , अनिल यादव, चंदन पाण्डेय, पंकज मित्र, राकेश कुमार सिंह सहित अन्य कई  बड़े नाम शामिल हैं। फिल्म कार्यशाला में फिल्म निर्देशक अविनाश दास, मेघनाद, बिजु टोप्पो, मिथिलेश प्रियदर्शी और संजय जोशी आदि बतौर व्याख्याता उपस्थित होंगे। 

युवाओं से ऑनलाइन आवेदन मांगा गया है
कार्यशाला में भाग लेने के लिए राज्य भर के युवाओं को ऑनलाइन आवेदन प्राप्ति के आधार पर आमंत्रित किया गया है। इनमें से अधिकतर ऐसे युवा हैं, जो जून 2023 में आयोजित कार्यशाला में शामिल थे। पिछले चरण की तरह ही इस बार भी सभी प्रतिभागियों के लिए रहने व भोजन की निःशुल्क व्यवस्था की गई है। व्याख्याताओं के लिए आने-जाने व रहने की समुचित व्यवस्था संस्थान द्वारा की गई है। 
उक्त कार्यशाला के संदर्भ में मीडिया बंधुओं से निवेदन है कि इस समाचार का प्रकाशन करें। आप सभी सातों दिन समाचार संकलन के लिए सादर आमंत्रित हैं।