द फॉलोअप डेस्क
पलामू के मेदिनीनगर में एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जहां समाज कल्याण विभाग के बालिका गृह में नाबालिग बच्चियों के यौन शोषण का मामला सामने आया है। इस मामले में बालिका गृह के संचालक रामप्रताप गुप्ता और एक महिला कर्मी पर आरोप है कि उन्होंने नाबालिग बच्चियों के साथ यौन शोषण किया है।
इस मामले की जांच के लिए मेदिनीनगर सदर की एसडीएम सुलोचना मीणा ने एक टीम का गठन किया है, जिसमें प्रशिक्षु डीएसपी राजीव रंजन, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी नीता चौहान और सदर अंचल के सीओ अमरदीप कुमार बलहोत्रा शामिल हैं। इस टीम ने बालिका गृह में जाकर पूरे मामले की जांच की है। जांच के बाद, बालिका गृह को खाली कराते हुए सील कर दिया गया है। साथ ही, वहां रह रहीं 28 बालिकाओं को सखी वन स्टॉप सेंटर परिसर में शिफ्ट किया गया है। पुलिस ने बताया कि पीड़ित बालिकाओं के बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले में शिकायतकर्ता मानवाधिकार संगठन नामक सामाजिक संस्था के महिला विंग की पलामू जिला सचिव चंचला देवी ने बताया कि बालिका गृह का संचालन करने वाला व्यक्ति ही वहां रहने वाली नाबालिग लड़कियों के साथ गलत करता आ रहा था। उन्होंने बताया कि बालिका गृह में रहने वाली 2 बच्चियों ने उन लोगों से लिपटकर रोने लगी और आपबीती सुनाई। साथ ही बालिका गृह से निकालने की प्रार्थना करने लगीं। इस मामले में गैर सरकारी संस्था, विकास इंटरनेशनल, बालिका गृह का संचालन करता था। बालिकाओं के साथ अभद्र व्यवहार एवं छेड़छाड़ किए जाने का आरोप संस्था के अध्यक्ष रामप्रताप गुप्ता व अन्य पर लगा है।