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Human trafficking : सिमडेगा पुलिस ने सोलह माह में 100 बेटियों को तस्करों के चंगुल से कराया मुक्त

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सिमडेगा

सिमडेगा जिला के कोलेबिरा थाना क्षेत्र और पाकरटांड़ थाना क्षेत्र की तीन नाबालिग और दो बालिग बालिकाओं को दिल्ली में काम दिलाने का लोभ-लालच देकर, बहला-फुसलाकर ले जाया जा रहा था, लेकिन पुलिस की तत्परता से दो मानव तस्करों को सिमडेगा बस स्टैण्ड से दबोच लिया गया। इनके नाम बिनोद केरकेट्टा (उम्र करीब 30 वर्ष) और नुवेला सोरेंग उर्फ पूजा (उम्र करीब 29 वर्ष) है। दोनों को ई-टिकटों के साथ गिरफ्तार किया गया है। वहीं पांचों लड़कियों को उनके पास से मुक्त कराया गया है। इनमें तीन नाबालिग  14 वर्ष, 16 वर्ष एवं 17 वर्ष) और दो बालिग (दोनों 18-वर्षीया) शामिल हैं।

 

झारखंड की इन बेटियों को रांची के रास्ते दिल्ली ले जाया जा रहा था। एएचटीयू थाना पुलिस टीम ने इन्हें मुक्त कराया है। इस टीम के सहयोग से सिमडेगा पुलिस 16-माह में 100 बालिकाओं/महिलाओं/बालकों को मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त करा चुकी है। साथ ही कुल-37 मानव तस्करों को जेल की हवा खानी पड़ी है। इस संबंध में पुलिस को कुल-22 प्रतिवेदित जिलान्तर्गत मिले थे।

 

इधर, सिमडेगा के पुलिस कप्तान डाॅ शम्स तबेरेज़ ने आमजनों से अपील की है कि जहाँ भी मानव तस्करी के मामले पता चले, बे-झिझक एवं बिना विलम्ब किये, सिमडेगा जिला पुलिस को किसी भी माध्यम से तत्काल सूचित करें। अपनी लाडली बेटियों को (विशेष रूप से) मानव तस्करों के चंगुल से निजात दिलाने का सिमडेगा पुलिस टीम को आपका यह एक बड़ा सहयोग होगा।