द फॉलोअप डेस्क
रांची स्मार्ट सिटी में घर टूटने के बाद सुर्ख़ियों में आई सुहानी सांगा सोमवार से लापता है। इस कारण परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। उसके पिता सोमा सांगा ने रांची के धुर्वा थाना में गुमशुदगी का मामला दर्ज करवाया है। माता पिता ने पुलिस से सुहानी को ढूंढने की गुहार लगाई है। दूसरी ओर सुहानी से भी अपील की है कि वापस घर लौट आए।
जानें कौन है सुहानी सांगा
सुहानी सांगा डोरंडा कॉलेज की एक छात्रा है। वह तब सुर्ख़ियों में आई थी जब रांची के धुर्वा इलाके में बन रहे स्मार्ट सिटी के अंदर बसे उनकी झोपड़ी को तोड़ दिया गया था। तब मामला मीडिया में खूब उछला था। जिसके बाद तत्कालीन शिक्षा मंत्री स्वर्गीय जगरनाथ महतो ने रांची डीसी को सुहानी को मदद दिलाने का निर्देश दिया था. उसके बाद फिर कुछ दिन बाद दो-दो बुलडोजर लगाकर सुहानी और उसके पड़ोसियों का घर तोड़ दिया गया था. फिर जब मीडिया में सुहानी की रोती हुई तस्वीर वायरल हुई तो दूसरे दिन बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी सुहानी और उसके बस्ती वालों से मुलाकात करने पहुंचे थे. और रांची डीसी को वहीँ से फोन कर कहा था कि अगर स्मार्ट सिटी का काम नहीं रोका गया तो वह वहीँ धरना पर बैठ जाएंगे। शाम तक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी सुहानी और बस्ती वालों से मिले थे और सभी को जमीन और घर देने का आश्वासन दिया था. तब से सुहानी और उनका पूरा परिवार बगल में ही किसी और के घर में रह रहा था.
डोरंडा बाजार गई थी सामान खरीदने
सुहानी सांगा कहीं चली गई या फिर उसके साथ कुछ गलत हुआ है ये अबतक साफ़ नहीं हुआ है. धुर्वा थाना में दिए लिखित शिकायत में सुहानी के पिता सोमा सांगा ने बताया है कि सोमवार की सुबह 11 बजे सुहानी डोरंडा बाजार सामान खरीदने जाने की बात कहकर निकली उसके बाद लौटी नहीं। सोमा के अनुसार सुहानी के फोन पर उन्होंने दिन के एक बजे और दो बजे भी फोन किया लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ. उसके बाद जब शाम 5 बजे फोन किया तो उसका मोबाइल स्विच ऑफ आने लगा. एक दिन तक परिवार वालों ने यह सोचकर इंतजार किया कि वह कहीं रिश्तेदार के घर गई होगी लौट आएगी. लेकिन, जब दो दिनों तक वह नहीं लौटी तो धुर्वा थाना में डीएसपी राजा मित्रा की मौजूदगी में गुमशुदगी का मामला दर्ज किया गया. पुलिस सुहानी की तलाश में जुट गई है. मोबाइल लोकेशन के आधार पर सुहानी का आखिरी लोकेशन बिहार मिला है. सुहानी के पिता दिहाड़ी मजदूर हैं. पूरा परिवार दिन भर घर के चौखट पर इसी इंतजार में बैठ रहा है कि सुहानी लौट आएगी।
सुहानी ही थी परिवार का आसरा
सुहानी सांगा के पिता सोमा सांगा दिहाड़ी मजदुर हैं. वह हर दिन मेकॉन इलाके में दिहाड़ी मजदूरी करते हैं. उन्होंने बताया कि एक-एक पैसा जोड़कर उन्होंने अपनी बेटी को पढ़ाया। उसे इस लायक बनाया कि अब वह कुछ कर सके. लेकिन जब समय आया तो सुहानी अचानक कहीं गायब हो गई.
दोस्त से करती थी बात
सुहानी के मोबाइल से बोकारो के एक लड़के से लंबी बातचीत के प्रमाण मिले हैं. द फॉलोअप के पत्रकार ने जब उस लड़के के नंबर पर फोन लगाकर बातचीत की तो उसने बताया कि सुहानी से उसकी आखिरी बातचीत रविवार को ही हुई थी. तब सुहानी ने उसे बताया था कि घर में उसे किसी बात को लेकर डांटा गया था. वह परेशान थी. बोकारो वाले दोस्त ने बताया कि उसके बाद सोमवार को सुहानी उसका फोन भी रिसीव नहीं कर रही थी. उसके बाद से उसका फोन बंद आ रहा है.
अबतक नहीं मिला घर और जमीन
सुहानी सांगा के पिता सोमा सांगा ने बताया कि बरसात में घर तो बुलडोजर लगाकर तोड़ दिया गया लेकिन अबतक उन्हें और बस्ती वालों को घर नहीं मिल पाया है. सोमा ने बताया कि आज ही सीओ ऑफिस से कागजात लेकर आने को कहा गया था लेकिन मैं तो अपनी बेटी की खोज में दिन भर परेशान रहा और थाना में ही रहा.
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