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Ranchi : स्थिति स्पष्ट करें राज्यपाल ताकि हम सियासी संकट से लोकतांत्रिक तरीके से निपट सकें- सुप्रियो भट्टाचार्य

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रांचीः
झारखंड मुक्ति मोर्चा के बरियातू स्थित कार्यालय में जेएमएम के महासचिव व वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रेस वार्ता को संबोधित किया। जहां उन्होंने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने सबसे पहले कहा कि गुरुवार को राज्यपाल रमेश बैस 1 सप्ताह के बाद रांची लौट आए हैं खबर मिली है कि वह अपना स्वास्थ्य जांच कराने दिल्ली गए थे मैं उनकी स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं। लेकिन उनके साथ साथ झारखंड की राजनीति को भी स्वास्थ्य लाभ हो इस बात का अभी उन्हें ध्यान रखना चाहिए। 25 तारीख को एक खबर आई थी कि चुनाव आयोग की तरफ से राज्यपाल को एक लिफाफा भेजा गया है। जिससे राज्यपाल खोलेंगे लेकिन कई दिनों तक जब इस पर संशय बना रहा कई तरह का मिथ्याचार होता रहा तब तब यूपीए के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात की और आग्रह किया कि जो भी स्थिति है उसे स्पष्ट करें जो भी फैसला चुनाव आयोग की तरफ से आया है उसे सार्वजनिक करें।


हमने सोचा की अनुशंसा भेजेंगे 
इसके बाद राज्यपाल ने कहा कि वह 2 दिन के अंदर सब कुछ स्पष्ट कर देंगे आज करीब 9 दिन हो गए हैं लेकिन राज्यपाल ने अभी तक स्पष्ट नहीं किया, जो स्थिति है उसे साफ नहीं किया। हमें लगा था कि हमारे मिलने के तुरंत बाद ही राज्यपाल दिल्ली चले गए इसका मतलब है कि वह इलेक्शन कमिशन को अपनी अनुशंसा भेजेंगे लेकिन एक पखवाड़ा बीत जाने के बाद भी आखिर इलेक्शन कमिशन का मंतव्य क्या है राज्यपाल ने अब तक स्पष्ट नहीं किया। कई तरह मिथ्याचार फैलाए जा रहे थे जिसके बाद हमने लोगों के एकजुटता और विधायकों की एकजुटता दिखाने के लिए 1 दिन का विशेष विधान सभा सत्र का भी आयोजन करवाया। हमने 48 विधायकों का विश्वास जीता विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया क्योंकि यह भ्रम उनके द्वारा ही फैलाया गया था जो नाकाम हो गया लेकिन आज भी भ्रम की वही स्थिति है क्योंकि राज्यपाल ने अब तक अपना मंतव्य स्पष्ट नहीं किया है।

 


स्थिती साफ करे राज्यपाल 
अच्छा, बुरा, सादा, काला जो भी है उस चीज को लोगों के सामने रखना चाहिए क्योंकि यहां की राजनीति में भाजपा के ढोंगी लोगों का जमावड़ा है ।यहां की डेमोक्रेसी बदल गई है इसे बदलने की कोशिश किसने की है। डोमेस्टिक इकोनॉमिक बदल दी गई है। 2-4 घरानों के हाथ में पूरी की पूरी एकोनोमी चली गई है। स्टेशन बेचना, एयरपोर्ट बेचना, अब तो रेलवे की जमीन भी भेजना भाजपा की नियत में शामिल हो गया है। बीजेपी को बताना होगा कि डेमोक्रेसी को बदलने के पीछे कि आखिर उनकी सोच क्या है। गोड्डा के मोतिया में जो अदानी पावर प्लांट खुला है जिससे बांग्लादेश को बिजली सप्लाई की जाएगी वहां का डेमोक्रेसी किसने बदला। अगर आप डेमोक्रेसी के साथ है तो फिर आप सरना धर्म कोड को मान्यता क्यों नहीं देते किसी की पहचान को खत्म करके क्या लोकतंत्र को बचाया जा सकता है। सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि बीजेपी के पाखंड से हर कोई लज्जित हैष मैं आज फिर एक बार बीजेपी के विषैले  मानसिकता के विरुद्ध कह रहा हूं और मैं राज्यपाल से आग्ररा भी कर रहा हूं की जो स्थिति है उसे साफ कर दें ताकि हम इस चीज को लोकतांत्रिक तरीके से निपट ले।