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बीजेपी के चुनावी घोषणापत्र में होगी सहायक पुलिसकर्मियों की मांगें- अमर बाउरी

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द फॉलोअप डेस्क
नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी के नेतृत्व में बीजेपी के कई विधायक सहायक पुलिसकर्मियों से मुलाकात करने बापू वाटिका पहुंचे। 3 जुलाई से सहायक पुलिसकर्मी आंदोलनरत हैं। इस मुलाकात के दौरान विधायकों ने सहायक पुलिसकर्मियों से उनकी मांगों को लेकर जानकारी ली। उनकी परेशानियों को जाना। इस दौरान अमर बाउरी ने कहा कि सहायक पुलिसकर्मियों की मांग जायज है। बीते 7 साल से केवल 10 हजार रुपए में काम कर के घर चलाना बहुत मुश्किल है। बीजेपी इसे अपने घोषणा पत्र में रखने जा रही है। हमारी सरकार आते ही इस का हल निकाला जाएगा। इस मुलाकात के दौरान अमर बाउरी के साथ रांची विधायक सीपी सिंह, कांके विधायक समरीलाल, गोड्डा विधायक अमित मंडल, राजमहल विधायक अंनत ओझा भी मौजूद थे।


हेमंत सरकार पर भड़के अमर बाउरी
 सहायक पुलिसकर्मियों से मिलने के बाद मीडिया से बात करते हुए अमर बाउरी ने हेमंत सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हेमंत सरकार सहायक पुलिस की बहाली को बीजेपी का पाप बताती है, हम उन्हें बताना चाहते हैं कि 2014 -19 के दौरान रघुवर सरकार ने 1 लाख लोगों को नौकरी देने का काम किया। हेमंत सोरेन ने केवल लोगों को छला है। ना तो ये सरकार रोजगार दे पाई न ही बेरोजगारी भत्ता। सहायक पुलिसकर्मियों को मौजूदा सरकार ने ठगने का काम किया है। इनके नेता आए। आश्वासन दिया, माला भी पहन लिया, मिठाईयां बंटवाई गई लेकिन इनका काम नहीं हो पाया। 

 10,000 रुपये में 7 साल से कर रहे हैं नौकरी
बताते चलें कि सहायक पुलिस की बहाली रघुवर दास के सरकार में हुई थी। झारखंड के नक्सल प्रभावित 12 जिले हैं वहां इनकी तैनाती की गई थी। उस वक्त इन्हें अनुबंध पर रखा गया था। इस दौरान इनको 10 हजार रुपए वेतन दिया जाता था। आज भी इनका वेतन 10 हजार ही है। ऐसे में सहायक पुलिसकर्मियों को बहुत तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस आंदोलन से पहले भी 2 बार ये आंदोलन करने बैठे थे। एक बार मंत्री मिथिलेश ठाकुर वहीं दूसरी बार कांग्रेस नेता बंधु तिर्की ने इन्हे आश्वासन दिया था कि इनकी मांगों को सरकार जल्द से जल्द पूरा करेगी लेकिन, इनकी मांग अब तक पूरी नहीं की गई।

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