द फॉलोअप डेस्क
आज बीजेपी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी वर्ष की शुरुआत की। बीजेपी ने हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अटल जी की जयंती को सुशासन दिवस के रूप में प्रदेश में मनाया। राज्य के सभी बूथों पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने स्व. अटल बिहारी वाजपेई के चित्रों पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया। प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रदर्शनी का उद्घाटन प्रदेश अध्यक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने किया। इस दौरान उन्होने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई जैसा महान व्यक्तित्व विरले होते हैं। आज अटल जी भले ही शरीर से हमलोगों के बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी वाणी, उनकी कविताएं, उनके विचार आज भी देश दुनिया के लोगों का मार्गदर्शन कर रहे हैं। भाजपा के करोड़ों कार्यकर्ता अटल जी से प्रेरित होकर समाज जीवन में अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि वे बड़े मन के नेता थे। उनका हृदय कोमल था,लेकिन मां भारती की सेवा में वे विचारों के प्रति दृढ़ थे,अटल थे। वे संगठन में कार्यकर्ताओं को कार्य करने की स्वतंत्रता के वे आग्रही थे,अनावश्यक दबाव के पक्षधर नहीं थे। इस दौरान उन्होने इस बात को भी याद किया कि अटल जी ने कभी सत्ता के लिए विचारों से समझौता नहीं किया। पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने भारत की राजनीति को नई दिशा दी। देश को आगे बढ़ाने और कांग्रेस पार्टी की देश विरोधी नीतियों से मुक्ति दिलाने के लिए उन्होंने गठबंधन की राजनीति को मजबूती प्रदान की। आगे वे कहते हैं कि आपातकाल के बाद बनी जनता पार्टी की सरकार से अलग होना स्वीकार किया लेकिन विचारों से समझौता नहीं किया। भाजपा के रूप में नई राजनीतिक यात्रा का शुभारंभ किया।