द फॉलोअप डेस्क
झारखंड में अनेक प्राकृतिक स्थल हैं, जो राज्य को पर्यटकों के लिए आकर्षण बनते हैं। डिमना झील, टाटा स्टील जूलॉग सेंटर, हुडको झील, शानदार जंगल, विविध वन्य जीवन, झरने, उत्तम हस्तशिल्प, साहसिक खेल, शानदार झील, करामाती लोक संगीत, लोक नृत्य और सबसे बढ़कर, मेहमान नवाजी इस राज्य की खास बात है। दिल्ली के विश्व व्यापार मेले में लोगों को इस तरह की जानकारी दी जा रही है। इसके लिए झारखंड पर्यटन ने झारखंड पवेलियन में स्टॉल लगाया है। मेले का आयोजन दिल्ली के प्रगति मैदान में हो रहा है। इस स्टॉल पर लोगों की खासी भीड़ देखने को मिल रही है। यहां वर्चुअल तरीके से भी लोगों को पर्यटन स्थलों की जानकारी दी जा रही है। यहां बाबा बैजधाम का प्रारूप लोगों को पसंद आ रहा है।
झारखंड की विशेषताएं बताईं
झारखंड टूरिज्म डेवलपमेंट कारपोरेशन की मैनेजर ने बताया कि झारखंड की राजधानी रांची को "सिटी ऑफ़ फॉल्स" के नाम से भी जाना जाता है। यहां 4 बड़े और 5 छोटे आकार के जलप्रपात हैं। हुंडरू जल प्रपात की अधिकतम ऊंचाई 98 मीटर है। वहीं, दशम जलप्रपात में 10 अलग अलग धाराएं बहती हैं। झारखंड प्रदेश धार्मिक स्थलों जैसे पार्श्वनाथ मंदिर, मां भद्रकाली मंदिर, मलूटी मंदिर, पारसनाथ मंदिर, रजरप्पा मंदिर और देवघर के लिए पसंद किया जाता है। पर्यटक नेतरहाट में मनमोहक सूर्योदय और सूर्यास्त देखने के लिए आते हैं। वहीँ बेतला नेशनल पार्क में हाथियों को देखा जा सकता है। बेतला नेशनल पार्क अब टाइगर रिजर्व के लिए मशहूर हो रहा है।
साहसिक खेलों के लिए लोकप्रिय केंद्र
कहा कि झारखंड अब साहसिक खेलों के लिए भी लोकप्रिय केंद्र है। जमशेदपुर और गिरिडीह के हरे-भरे जंगल इसे जंगल सफारी, ट्रेकिंग, पैडल बोटिंग और पर्वतारोहण के लिए आदर्श बनाते हैं। प्राकृतिक दृश्यों के साथ रॉक क्लाइम्बिंग के लिए चाईबासा और नेतरहाट, रामगढ़ में सिकिदिरी और दशम प्रमुख हैं। पानी के रोमांचक खेलों का आनंद लेने के लिए, कैनोइंग, कयाकिंग और वाटर स्कीइंग के लिए कांके बांध, रुक्का बांध, पतरातू बांध और डिमना झील की यात्रा की जा सकती है। झारखंड पवेलियन में आज झारखंड भवन के मुख्य स्थानिक आयुक्त मस्तराम मीना ने पवेलियन का अवलोकन किया। उन्होंने विभाग द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की।