द फॉलोअप डेस्क
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की दो दिवसीय केंद्रीय कार्यसमिति की पुडुचेरी में हुई बैठक में पश्चिम बंगाल के संदेशखाली का मुद्दा छाया रहा। पश्चिम बंगाल सरकार की उदासीनता और अपराधियों के संरक्षण का विरोध करते हुए निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। साथ ही बैठक में सभी राज्यों में संचालित शैक्षिक अभियानों की संगठनात्मक समीक्षा, शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए आगामी अभियानों व प्रयासों पर चर्चा हुई। मौके पर अभाविप की आगामी योजना तय की गई। बहरहाल, पारित प्रस्ताव में अभाविप ने संदेशखाली को इक्कीसवीं सदी का नोआखली बनाने के षड्यंत्र की कड़ी निंदा की। लोगों को संदेशखाली की महिला विरोधी वीभत्सता के विरोध में खड़े होने का आह्वान किया है।
ये फैसले लिये गये
परिषद ने लोकसभा चुनाव में युवा मतदाताओं की महत्वपूर्ण भूमिका को लेकर देशभर के शैक्षणिक परिसरों में व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया। इसके माध्यम से युवाओं को मतदान के प्रयोग के लिए सजग किया जाएगा। लोकतंत्र में सहभागिता और मतदान के विषय में विद्यार्थी परिषद छात्रा-छात्रों से सीधा संवाद करेगी। वहीं, बैठक में परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजशरण शाही ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में शीघ्रता से सुधार किए जाने की आवश्यकता है। विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए चिंतन कर उसका क्रियान्वयन भी महत्वपूर्ण हो जाता है। अभाविप देश भर में 'परिसर चलो अभियान' के माध्यम से कक्षाओं में विद्यार्थियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए कार्य कर रही है। बैठक में शिक्षा, कला, खेल, पर्यावरण समेत अन्य समसामयिक विषयों पर चर्चा की गयी।
क्या कहा राष्ट्रीय महामंत्री ने
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि अभाविप की केंद्रीय कार्यसमिति बैठक में देश भर में वृहद स्तर पर आयोजित गतिविधियों की समीक्षा की गई। बताया कि आगामी लोकसभा चुनाव में युवा अपनी भूमिका सुनिश्चित कर सकें इसके लिए अभाविप देशव्यापी जागरूकता अभियान चलाएगी। इसमें सभी जिलों में विद्यार्थियों से सीधा संवाद करेगी एवं लोकतंत्र के इस पावन पर्व को अधिक सार्थकता प्रदान करने में विद्यार्थी व युवा समुदाय की भूमिका सुनिश्चित करने का प्रयास होगा।
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