द फॉलोअप डेस्कः
ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास के बेटे ललित कुमार पर कल तक आरोप लग रहा था कि उन्होंने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर 7 जुलाई 2024 की रात ओडिशा सचिवालय सेवा में ड्यूटी पर तैनात अधिकारी बैकुंठनाथ प्रधान के साथ मारपीट की है। लेकिन अब इस मामले में एक नया मोड़ आ गया है। दरअसल पीड़ित प्रधान, उनकी पत्नी तथा सचिवालय कर्मचारी संगठन के एक प्रतिनिधि मंडल ने राजभवन में राज्यपाल रघुवर दास से मुलाकात की और अपनी बात राज्यपाल के सामने रखी। बाहर आने पर वह मीडिया से मुखातिब हुईं और इस दौरान उन्होंने एक बार भी रघुवर दास के बेटे के नाम का जिक्र नहीं किया। एफआईआर वाली बात पर उन्होंने कहा कि उसके बारे में मुझे कुछ ठीक से पता नहीं है।
जानकारी के मुताबिक राज्यपाल रघुवार दास ने पीड़ित पक्ष की शिकायत सुनने के बाद आश्वासन दिया है कि मारपीट के दोषी सुरक्षा कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस मामले के प्रमुख दोषी ने सभी के सामने बिना शर्त माफी मांगी है। राज्यपाल के आश्वासन के बाद पीड़ित पक्ष ने संतुष्टि जताई है और मामले को वापस लेने की बात कही है।दैनिक जागरण में छपी खबर के मुताबिक पीड़ित प्रधान की पत्नी से जब राज्यपाल के बेटे द्वारा उनके पति के साथ मारपीट की बात पूछी गई तो उन्होंने राज्यपाल के बेटे के नाम लेने से इनकार किया और रसोईया का नाम लिया। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
पीड़ित प्रधान की पत्नी ने कहा है कि घटना पर न्याय के लिए राज्यपाल के पास पहुंची थीं। राज्यपाल ने कहा है कि जैसे किसी परिवार में कुछ होता है तो एक्शन लिया जाता है, हम एक्शन लेंगे। राज्यपाल सर ने कार्रवाई का आश्वसान दिया है। एफआईआर के बारे में मुझे ठीक से पता नहीं है। हम न्याय की प्रतीक्षा करेंगे। न्याय मिलता है तो ठीक है वरना हम आगे कुछ एक्शन लेंगे। राज्यपाल हमें एक परिवार की ही तरह देखते हैं, हम उनका परिवार हैं। जबकि एएसओ ने पहले राज्यपाल के बेटे ललित कुमार पर मारपीट का आरोप लगाया था।