द फॉलोअप डेस्कः
प्रयागराज में जिस गुब्बारे से तीन साल की बच्ची खेल रही थी, वही गुब्बारा उसकी जान का दुश्मन बन गया। मामला जिले के गंगानगर के लाल गोपालगंज का है, जहां खेलते समय गुब्बारा फटने से तीन साल के मासूम बच्ची की मौत हो गई है। डॉक्टर ने बताया कि बच्चे की मौत सांस नली में गुब्बारे के टुकड़े फंसने की वजह से हुई है। गुब्बारे से खेलते हुए बच्चे की मौत का पूरा मामला नवाबगंज थाना क्षेत्र के मोहल्ला इमामगंज का है। फतूहां गांव के निवासी इमरान अहमद की पत्नी नाज बानो अपनी तीन साल की इकलौती बेटी सायरा के साथ मायके आई हुई थी। सायरा के नाना रईस अहमद ने नतिनी को खेलने के लिए गुब्बारा लाकर दिया। मासूम सायरा गुब्बारा मिलते ही खुश होकर उससे खेलने लगी, तभी अचानक से गुब्बारा फूट गया और सायरा तड़पते हुए नीचे गिर गई।
नीचे गिरते ही सायरा के मुंह से झाग आने लगा, जिसे देख परिवार के लोग डर गए और उसे आनन-फानन में नजदीकी निजी अस्पताल में ले गए, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। बच्ची की मौत गुब्बारे टुकड़े के सांस लेने वाली नली में फंसने से हुई है। गुब्बारा बच्ची की सांस लेने वाली नली में चिपक गया था। जिस कारण से उसको सांस लेने में परेशानी होने लगी और बाद में उसकी मौत हो गई।
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के ENT विभाग के हेड डॉक्टर सचिन जैन का कहना है कि अक्सर बच्चे गुब्बारे को मुंह के पास ले जाकर फुलाते या फोड़ते हैं। इससे गुब्बारे की हवा और उसके हिस्से सांस की नली में जाकर फंस जाते हैं, जिससे बच्चे सांस नहीं ले पाते। इस केस में भी ऐसा ही जान पड़ता है।