द फॉलोअप डेस्क
कांग्रेस को आयकर विभाग की ओऱ से राहत मिली है। आयकर विभाग ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि 3500 करोड़ रूपये की वसूली मामले में वो कांग्रेस के खिलाफ चुनाव तक कोई बड़ा एक्शन नहीं लेगा। विभाग ने कहा है कि चुनाव के दौरान किसी पार्टी को परेशान करने की उसकी मंशा नहीं है। इसलिए रकम वसूली मामले में वो चुनाव के बाद ही कोई कार्रवाई करने का पक्षधर है। साथ ही विभाग ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि इस मामले को कम से कम एक जून तक स्थगित रखा जाये। दूसरे शब्दों में इस मामले में चुनाव के बाद ही सुनवाई हो। बता दें कि आय़कर विभाग की नोटिस को लेकर कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
24 जुलाई को होगी अगली सुनवाई
दोनों पक्ष की दलीलों को सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अब मामले की सुनवाई 24 जुलाई को होगी। कांग्रेस ने आयकर विभाग की ओर से नोटिस मिलने के बाद केंद्र सरकार पर आरोप लगाया था कि वो उसे चुनाव में अस्थिर करना चाहती है। कहा था कि एक साजिश के तहत केंद्र ने उसके बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है ताकि कांग्रेस ठीक से चुनाव नहीं लड़ सके। या पार्टी चुनावी रेस से ही बाहर हो जाये। खुद राहुल गांधी ने कहा था कि लोकतंत्र का मतलब चुनाव को बराबरी के साथ संपन्न कराना है। ऐसा न हो कि एक पार्टी के पास अत्य़धिक फंड हो और दूसरे का बैंख खाता ही फ्रीज कर दिया जाये।
क्या कहा राहुल गांधी ने
बता दें कि कल 31 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में इंडिया गठबंधन की महारैली में राहुल गांधी ने केंद्र पर निशाना साधा था। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के सभी बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिये गये हैं। देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी का अकाउंट फ्रीज कर दिया गया है। कहा, दरअसल बीजेपी चाहती है कि कांग्रेस चुनाव ही न लड़ पाये औऱ वे चुनाव को फिक्स कर लें। राहुल ने कहा कि अकाउंट फ्रीज करने का काम चुनाव के बाद या चुनाव के छह महीने पहले किया जा सकता था। ठीक चुनाव के समय ऐसा किया गया, ताकि कांग्रेस चुनावी दौड़ से बाहर हो जाये। उन्होंने जनता से बीजेपी की नीयत और साजिश को समझने की अपील की।
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