शिमला:
हिमाचल प्रदेश में सोलन जिले के परवाणू स्थित टिंबर ट्रेल रोपवे तकनीकी खराबी के कारण हवा में अटक गया। उसमें 11 लोग फंस गए थे। रोपवे में फंसे सभी लोग दिल्ली के बताए जा रहे है। सभी को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान शिमला-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक रोक देने की वजह से दोनों तरफ लंबा जाम लग गया। सोलन जिला प्रशासन और टिंबर ट्रेल के टेक्निकल स्टाफ की मदद से फंसे हुए सैलानियों को सुरक्षित निकाला गया। वहीं NDRF की टीम भी मौके पर पहुंच गई है।
फंसे लोगो ने वीडियो जारी कर गुहार लगाई
फंसे लोगो ने खुद अपना वीडियो जारी कर मदद की गुहार लगाई थी। उन्होंने वीडियो में बताया कि वे टिंबर ट्रेल ट्रॉली पर फंस गए है। अब तक उनकी मदद के लिए कोई नहीं आया है। ट्रॉली में फंसे लोगों में कई बुजुर्ग हैं। लोग कह रहे हैं कि हवा में लटके होने से उन्हें घबराहट हो रही है। एक पर्यटक कह रहा है कि वह बीपी शुगर के मरीज हैं। वह रस्सी से जंगल में उतरने की स्थिति में नहीं है। वहीं एक महिला घुटनों में दर्द होने और एक अन्य महिला हार्ट पेशेंट होने की वजह से रस्सी से उतरने को इनकार कर रही है।
800 मीटर दूर पहाड़ी पर टिंबर ट्रेल रिजोर्ट है
बता दें कि राज्य के प्रवेश द्वार परवाणू के पास टिंबर ट्रेल से करीब 800 मीटर दूर पहाड़ी पर टिंबर ट्रेल रिजोर्ट है। होटल के लिए लोग रोपवे के जरिए पहुंचते हैं। सोमवार को करीब 11 बजे ट्रॉली में तकनीकी खराबी आ गई। इसके बाद से ट्रॉली हवा में लटक गई। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार सभी लोगों को रस्सी के जरिए उतार कर रेस्क्यू किया गया। कुछ लोग रस्सी के जरिए उतरने में घबरा रहे थे। इस वजह से इन्हें रेस्क्यू करना चुनौतीपूर्ण हो गया।