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रेप के बाद बच्ची भीख मांगती रही, किसी ने 50 तो किसी ने 100 रुपये दिए; उज्जैन की इस खबर को पढ़ दहल जाएगा आपका दिल 

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द फॉलोअप डेस्कः 
उज्जैन में 12 साल की बच्ची के साथ जो कुछ हुआ उससे इंसानियत शर्मसार है। इस सिलसिले में पुलिस ने चार आरोपियों को पकड़ा है। इसका वीडियो भी सामने आया था, जिसमें 12 साल की उस बच्ची के साथ दरिंदगी दिखाई दे रही थी। बच्ची दरिंदगी के बाद अर्धनग्न हालत में करीब ढाई घंटे तक भटकती रही। पीड़िता आठ किलोमीटर तक पैदल चली। आखिर में महाकाल थाना इलाके में बड़नगर रोड पर दांडी आश्रम के पास बच्ची को मदद मिल पाई। सीसीटीवी वीडियो उज्जैन के तिरुपति ड्रीम्ज कॉलोनी का बताया जाता है। वीडियो में दिख रहा एक शख्स बच्ची से कुछ पूछताछ कर रहा है, लेकिन बदहवास बच्ची हड़बड़ाकर आगे बढ़ जाती है। पीड़िता के मुताबिक, जीवन खेरी में वो ऑटो पर बैठी थी। जीवन खेरी से दांडी आश्रम तक के आठ किलोमीटर लंबे मार्ग के तमाम  CCTV फुटेज खंगाले गए और आखिरकर पुलिस ने राकेश नाम के 38 साल के आरोपी ऑटो ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया।  राकेश के ऑटो पर पुलिस को खून के धब्बे भी मिले हैं। राकेश के तीन साथी ऑटो ड्राइवरों को भी पुलिस ने इस केस के सिलसिले में पकड़ा है। आरोपी पर कानूनी शिकंजा ऑटो पर मिले खून के धब्बों की फॉरेंसिंक जांच की जा रही है। हालांकि गिरफ्तार आरोपी ड्राइवर राकेश रेप की बात से इनकार कर रहा है। उसका कहना है कि उसने बच्ची की मदद करते हुए जीवनखेड़ी इलाके से अपने ऑटो में बैठाया था। पुलिस के मिली जानकारी के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज से इसकी पुष्टि हुई है कि पीड़ित बच्ची जीवनखेड़ी इलाके से ऑटो में चढ़ी थी, लेकिन ऑटो ड्राइवर के मदद की बात झूठी लग रही है। दरअसल बच्ची खून से लथपथ अर्धनग्न हालत में मिली थी। अगर ऑटो ड्राइवर राकेश ने उसकी मदद की तो उसने बच्ची के बारे में पुलिस को सूचना क्यों नहीं दी। जब बच्ची खून से लथपथ थी तो उसे अस्पताल में भर्ती क्यों नहीं कराया। बता दें, बडनगर इलाके लड़की खून से लथपथ मदद के लिए भटकती रही थी। एक आश्रम के पुजारी ने पीड़िता की मदद की और अस्पताल भिजवाया था।


भीख मांगती रही बच्ची
बच्ची आधे-अधूरे कपड़ों में सांवराखेड़ी सिंहस्थ बाइपास की कॉलोनियों में ढाई घंटे तक भटकती रही। इसके CCTV फुटेज पुलिस ने खोजे हैं। वह पूरे आठ किलोमीटर चलती गई। उसके प्राइवेट पार्ट्स में गंभीर चोटें हैं। उसने पुलिस को बताया- उसकी मां के साथ भी गलत काम हुआ है, लेकिन उसकी मां कहां है और वह उज्जैन तक कैसे आई? इस बारे में कुछ भी नहीं बता पा रही है। ज्यादा खून बह जाने के कारण बच्ची को इंदौर के अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। वहां उसे खून चढ़ाया गया, बच्ची अब खतरे से बाहर है। डॉक्टरों ने रेप की पुष्टि की। रेप के बाद अर्धनग्न हालत में खून से सनी यह लड़की घर-घर जाकर मदद की भीख मांगती रही। लोगों के दरवाजे पर जाकर मदद मांग रही थी। बुरी हालत में यह लड़की मदद के लिए सड़कों पर भटकती सीसीटीवी फुटेज में नजर आई है। 


स्कूल गई थी जिसके बाद लौटी नहीं 
पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब लड़की ने अलग-अलग दरवाजों पर मदद की गुहार लगाई तब लोगों ने विभिन्न तरह से रिएक्ट किया। पुलिस ने बताया कि जिस इलाके से वो गुजर रही थी वहां के लोगों ने उसकी मदद की। किसी ने उसे 50 रुपये तो किसी ने उसे 100 रुपये लड़की को दिेए। जब वह एक टोल बूथ से गुजरी बूथ के कर्मचारी ने उसे पैसे दिये और कुछ कपड़े भी दिये। कम से कम 7-8 लोगों ने लड़की की मदद की थी। सीसीटीवी फुटेज में यह भी नजर आया है कि जब लड़की ने एक शख्स से मदद मांगी तो उसने उसे दूर भगा दिया जिस शख्स ने उसे भगाया था उसके बारे में पुलिस पता लगा रही है। पुलिस ने बताया कि जब लड़की उन्हें मिली तब उसके पास 120 रुपये थे। यह पैसे इलाके के लोगों ने उसे दिया था। लड़की जहां से भी गुजर रही थी वह कह रही थी कि कोई उसका पीछा कर रहा है। पुलिस ने बताया कि लोगों ने अपने बयान में कहा है कि लड़की बार-बार कह रही थी, 'मैं खतरे में हूं, कोई मेरे पीछे है। इसलिए वो स्थिर नहीं थी। बहरहाल पीड़िता उज्जैन से 700 किलोमीटर दूर रहती है। वो अपने दादा और बड़े भाई के साथ रहती है। रविवार को लड़की स्कूल गई थी लेकिन वो घर वापस नहीं आई थी। लड़की के घरवालों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज करवाई थी। उज्जैन में लड़की के साथ हुई इस भयानक कांड के बाद से वो अस्पताल में भर्ती है। उसकी हालत स्थिर जरूर बनी हुई है लेकिन उसे गंभीर जख्म मिले हैं। 

उज्जैन एसपी सचिन शर्मा ने बताया, उज्जैन की थाना महाकाल पुलिस को 25 सितंबर के दिन एक नाबालिग बच्ची के लावारिस हालात में भटकने की सूचना मिली थी. पुलिस ने तुरंत अस्पताल ले जाकर उसका मेडिकल कराया. चूंकि बच्ची यह बता पाने में सक्षम नहीं थी कि वह कहां की रहने वाली है, तो इसके लिए विशेष तौर पर काउंसलर को लाया गया. तब थोड़ी बहुत जानकारी मिली. मेडिकल रिपोर्ट में रेप की पुष्टि होने पर मामला दर्ज किया गया. इसके बाद एक एसआईटी गठित की गई। शहर के आसपास से तकनीकी साक्ष्य (सीसीटीवी फुटेज) इकट्ठे किए. फुटेज के आधार पर एक ऑटो चालक को अभिरक्षा में लिया गया. छानबीन करने पर उसकी ऑटो में खून के निशान पाए गए और पूछताछ के दौरान ड्राइवर ने बताया कि घटना की तारीख को बच्ची के साथ था। 

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