द फॉलोअप डेस्क
कथित दवा और शराब घोटाले के बाद अब केजरीवाल फर्जी मरीज और फेक लैब टेस्ट के मामले में घिरते नजर आ रहे हैं। दिल्ली के उप राज्यपाल (LG) ने दोनों मामलों की CBI जांच के आदेश दिये हैं। केजरीवाल सरकार पर ये नये आरोप मोहल्ला क्लिनिक में होने वाले लैब टेस्ट को लेकर लगे हैं। बता दें कि मोहल्ला क्लिनिक का संचालन दिल्ली की केजरीवाल सरकार करती है। आरोप है कि क्लिनिक में गुमनाम मरीजों द्वारा फेक लैब टेस्ट कराये गये। कहा है कि ऐसे मरीजों को रजिस्टर करने के लिए ऐसे मोबाइल नंबर का इस्तेमाल किया गया जो या तो नकली हैं या अब उपलब्ध नहीं हैं। बताया गया है कि मोहल्ला क्लिनिक में ये काम महीनों से चल रहा है।
दवा खऱीद में नियमों की अनदेखी का आरोप
गौरतलब है कि इससे पहले दवा घोटाले में भी केजरीवाल घिर चुके हैं। एक मीडिया रपट के मुताबिक उपराज्यपाल ने दवा खऱीद की CBI जांच के आदेश सतर्कता विभाग की रिपोर्ट के आधार पर दिये हैं। सतर्कता विभाग ने जानकारी दी है कि सरकारी अस्पतालों के लिए दवा की खऱीद में नियमों की अनदेखी की गयी। बताया जा रहा है कि खरीदी गयी दवाओं की जांच सरकारी और फिर निजी लैब में की गयी। इस दौरान कई दवाइयां मानक स्तर पर सही नहीं पायी गयीं। खबर है कि उपराज्यपाल ने मामले में मुख्य सचिव को पत्र लिखकर CBI से जांच कराने का निर्देश दिया है।
कथित शराब घोटाला में फंसे हैं केजरीवाल
बता दें कि ईडी दिल्ली में हुए शराब घोटाला मामले की जांच कर रही है। इस मामले में भी केजरीवाल का नाम जुड़ा हुआ है। ईडी शराब घोटाला में पूछताछ के लिए केजरीवाल को तीन बार समन कर चुकी है। लेकिन केजरीवाल एक बार भी ईडी के समक्ष प्रस्तुत नहीं हुए हैं। उन्होंने ईडी के समन को गैरकानूनी और राजनीति से प्रेरित से बताया है। साथ ही ईडी के समन के रद्द करने की मांग की है। सियासी जानकारों का मानना है कि लोकसभा चुनाव से पहले केजरीवाल का विभिन्न आरोपों में घिरना उनके लिए दोहरी मुश्किलें पैदा कर सकता है।