द फॉलोअप नेशनल डेस्क:
जम्मू-कश्मीर के डोडा में आतंकियों के खिलाफ मुठभेड़ में शहीद हुए कैप्टन ब्रिजेश थापा की मां नीलिमा थापा ने कहा कि, मैंने अपना बेटा खोया है। वो अब कभी वापस नहीं आयेगा। मैं इस मौके पर क्या कह सकती हूं? मैंने जो खोया उसकी भरपाई नामुमकिन है। उन्होंने बताया कि कैप्टन थापा काफी डिसेंट थे। उन्होंने कभी जिंदगी से शिकायत नहीं की। वह हमेशा आर्मी में जाना चाहते थे। उनके पिता भी आर्मी में थे। हमने, उनसे कहा था कि आर्मी में जिंदगी मुश्किल है। आप नेवा में चले जाओ या फिर कोई और प्रोफेशन चुन लो लेकिन, वह हमेशा आर्मी ही ज्वॉइन करना चाहते थे। मुझे गर्व है कि मैं शहीद कैप्टन ब्रिजेश थापा की मां हूं। उसने देश की रक्षा करते हुए जान दी। आर्मी का यही कर्तव्य होता है। मेरे पति भी सेना में कर्नल रहे हैं।
#WATCH | Siliguri, West Bengal: Nilima Thapa, mother of Captain Brijesh Thapa, who lost his life in an encounter in J&K's Doda says, "...He was very decent. He always wanted to join the Indian Army...I feel very proud that he sacrificed his life for the nation...The government… pic.twitter.com/YO6X8rLBPp
— ANI (@ANI) July 16, 2024
मंगलवार देर रात परिवार को मिली सूचना
कैप्टन थापा की मां नीलिमा ने कहा कि हमें कल (मंगलवार) रात को तकरीबन 11 बजे बेटे की शहादत की खबर मिली। हम उनके पार्थिव शरीर का इंतजार कर रहे हैं। कार्रवाई के सवाल पर कैप्टन थापा की मां ने कहा कि, सरकार जरूर कार्रवाई करेगी। वो चुप नहीं बैठेगी। सेना भी चुप नहीं बैठेगी। कार्रवाई जरूर होगी। मुठभेड़ के बाद से उस इलाके में जवानों की तैनाती बढ़ा दी गई है।
कैप्टन थापा के चाचा ने जताया आक्रोश
गौरतलब है कि इससे पहले कैप्टन थापा के सिलीगुड़ी स्थित पैतृक घर में उनके चाचा योगेश थापा ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि हम दुखी हैं। गर्व है कि हमारा बच्चा देश के लिए शहीद हो गया लेकिन, कब तक जवान ऐसे ही सीमा पर शहीद होते रहेंगे। सरकार को आतंकियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि ये कहना आसान है कि देश के लिए शहीद हो गया लेकिन हमने जो खोया, उसकी भरपाई नहीं हो सकेगी। उन्होंने भी कहा कि कैप्टन ब्रिजेश का बचपन आर्मी एरिया में ही बीता।