द फॉलोअप डेस्क
चुनाव आयोग ने वोटर आईडी कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करने का फैसला किया है। इसके लिए चुनाव आयोग और UIDAI (यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया) ने तैयारी तेज कर दी है। इस मुद्दे पर मंगलवार को दोनों संस्थाओं के अधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें इस योजना पर सहमति बनी। अब जल्द ही इस पर विशेषज्ञों की राय ली जाएगी।
चुनाव आयोग का मानना है कि वोटर आईडी को आधार से जोड़ने से फर्जी मतदान और फेक वोटर आईडी की समस्याओं पर रोक लगायी जा सकेगी। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में चुनाव आयुक्त डॉ सुखबीर सिंह संधू और डॉ विवेक जोशी भी मौजूद थे। चुनाव आयोग ने साफ किया है कि वोटर आईडी और आधार लिंक करने का काम मौजूदा कानूनों और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार ही किया जाएगा। इससे पहले 2015 में भी ऐसी कोशिश की गयी थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदोश के बाद इसे रोक दिया गया था।
चुनाव आयोग ने बताया कि संविधान के अनुच्छेद 326 के अनुसार केवल भारतीय नागरिकों को ही मतदान का अधिकार है, जबकि आधार सिर्फ व्यक्ति की पहचान बताता है। इसलिए वोटर आईडी और आधार को लिंक करने में सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया जाएगा, ताकि किसी भी प्रकार की गलती न हो।