इंदौर:
मध्य प्रदेश के इंदौर से दिल को छू लेने वाली खबर सामने आई है। यहां पुलिसकर्मियों ने अपनी एक दिन की तनख्वाह से फूड डिलिवरी ब्वॉय के लिए बाइक खरीदी क्योंकि वो साइकिल से खाना देने जाता था। इलाके के पुलिसकर्मी उस युवक को रोज पसीने में लथपथ साइकिल से फूड डिलीवरी करते हुए देखते थे। इसी दौरान इंदौर के विजयनगर थाने के इंचार्ज तहजीब काजी ने फैसला किया कि युवक को बाइक दिलवाई जाए। उन्होंने बाकी पुलिसकर्मियों से बात की और वे भी मान गये।
मालवीय नगर में रहता है डिलीवरी ब्वॉय
मिली जानकारी के अनुसार लड़के का नाम जय हल्दे है। जय अपने परिवार के साथ मालवीय नगर में रहता है। आर्थिक स्थिति सही नहीं होने के कारण जय डिलीवरी बॉय का काम करता है। जय के पिता शहर से दूर काम करते है, और मां घर-घर जा कर खाना बनाने का काम करती है। घर पर दो छोटी बहनें भी है। साइकिल होने के कारण जय कम ऑर्डर ही ले पता है। जय ने बताया कि वो अकसर ज्यादा ऑर्डर नहीं ले पाता था क्योंकि साइकील होने के उसे डिलिवरी करने में ज्यादा समय लग जाता है।
जय ने बताया के उसे कई बार साइकिल के कारण खाना पहुंचाने में देर भी हो जाती थी जिसके कारण उसे अक्सर लोगों से डांट भी सुननी पड़ती थी। फिर भी वह रोज़ करीब 300 रूपये कमा लेता है। जय की दी हुई जानकारी के अनुसार उसने बाइक लेने के लिए पैसे भी जमा किये थे लेकिन एक फ्रॉड के कारण उसने सारे पैसे खो दिए। जिसके बाद उसकी हिम्मत टूट गई और उसने दोबारा पैसे जमा करने की कोशिश नहीं की।
साइकिल से फूड डिलीवरी करता था वो लड़का
इंदौर के विजयनगर थाने के इंचार्ज तहजीब काजी ने बताया के जब वो कुछ दिन पहले गशत पर बाहर निकले थे तभी उन्होंने एक लड़के को साइकिल से डिलीवरी करते देखा। उन्होंने जब उसे रोका तो वो डर गया। कहने लगा की मुझे छोड़ दो मुझे अभी और डिलीवरी करनी है। उसी दिन से उन्होंने सोच लिया कि उसकी मदद करेंगे। थाना इंचार्ज ने आगे बताया कि “हम लोग उसे तपती धूप में साइकिल से खाना डिलीवर करते हुए देखते थे, वो मुश्किल से ढाई सौ से तीन सौ रुपए कमा पाता था।
जब हमने उससे बात की तो पता चला कि उसे बाइक खरीदने के लिए लोन लेना है। लोन मिलने में दिक्कत आ रही है. तो पुलिस स्टाफ ने तय किया कि हम लोग अपनी एक दिन की तनख्वाह के पैसे बचाकर इसको बाइक उपलब्ध करवाएंगे। पूरे स्टाफ ने मिलकर उसे बाइक दिलवाई है। ”
युवक ने पुलिसकर्मियों का शुक्रिया अदा किया
जय ने बताया के उसके पास जब पुलिस का कॉल आया तो वो काफी डर गया था, उसे समझ नहीं आया के उसने क्या गलती कर दी है। लेकिन जब वो थाने गया तो उसकी खुशी का कोई ठिकाना ही नहीं रहा। उसे विश्वास ही नहीं हो रहा था कि उसे पुलिस वालों ने बाइक गिफ्ट की है। जय कहता है की पुलिसकर्मियों की ये मदद वो कभी भूल नहीं पाएगा।