द फॉलोअपड डेस्कः
लोकसभा चुनाव के नतीजे मंगलवार को घोषित हो गए हैं। इस बीच महाराष्ट्र की मुंबई नॉर्थ वेस्ट लोकसभा सीट से शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) के उम्मीदवार रविंद्र दत्ताराम वायकर ने सिर्फ 48 वोटों से जीत दर्ज की है। 2024 के लोकसभा चुनाव में जीत का यह सबसे छोटा मार्जिन है। गौरतलब है कि एक समय ऐसा था, जब अमोल कीर्तिकर एक वोट से रविंद्र वायकर से आगे थे। लेकिन, 26 राउंड की गिनती के बाद हुई रीकाउंटिंग और इनवैलिड पोस्टल वोट के वेरिफिकेशन के बाद रविंद्र वायकर ने अमोल कीर्तिकर को 48 वोट से हरा दिया। पहले अमोल कीर्तिकर 681 वोटों से जीते थे, लेकिन इस जीत पर आपत्ति जताते हुए रविंद्र वायकर ने दोबारा वोट गिनने की मांग की।
रीकाउंटिंग में रविंद्र वायकर 75 वोटों से आगे हो गए। इस बार अमोल कीर्तिकर ने आपत्ति जताई, फिर डाक मतों की गिनती की गई। कुल 3049 पोस्टल वोटिंग हुई थी। इसमें अमोल कीर्तिकर को 1500 वोट मिले, जबकि रविंद्र वायकर को 1549 वोट हासिल हुए। काउंटिंग के दौरान 111 पोस्टल वोट खारिज कर दिए गए थे।
मुंबई उत्तर पश्चिम सीट पर अपने प्रतिद्वंद्वी को महज 48 वोटों से हराने के सवाल पर वायकर ने कहा कि लोकतंत्र में एक-एक वोट की कीमत होती है। वाजपेयी जी की सरकार एक वोट से गिर गई थी। मैंने बोला था कि मैं लड़ूंगा और जीतूंगा और मैं जीत गया। मैंने महाराष्ट्र, मुंबई और देश की सेवा करने का व्रत लिया है। मैंने कहा था कि जो भगवान मुझे राह देगा, उसी प्रकार से जीतना है। अगर जीतना है तो जीतकर अच्छा काम करना है। अब अच्छा काम करना है।
अमोल कीर्तिकर को कितने वोट मिले?
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक रविंद्र वायकर को मुंबई नॉर्थ वेस्ट लोकसभा सीट से 4,52,644 लाख वोट मिले हैं. वहीं इस सीट पर उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर को 4,52,596 वोट मिले हैं। अमोल कीर्तिकर 2019 के विधानसभा चुनाव में गोरेगांव से चुनाव हार चुके हैं। खास बात यह है कि अमोल को उनके ता मौजूदा सांसद गजानन कीर्तिकर का ही साथ नहीं मिला। सांसद गजानन कीर्तिकर शिवसेना में टूट के बाद एकनाथ शिंदे गुट में आ गए थे, जबकि उनका बेटा उद्धव ठाकरे के गुट में है।