द फॉलोअप नेशनल डेस्क
पुणे हादसे में हिरासत में लिये गये आरोपियों को पुलिस ने VIP ट्रीटमेंट दिया और खाने में उनको पिज्जा-बर्गर दिया गया। इस आरोप के जवाब में पुणे पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने कहा कि अब तक की जांच में सामने नहीं आया है कि जेल में आरोपी को पिज्जा खिलाया। इन आरोपों में कोई तथ्य सामने नहीं आया है। पुलिस की भूमिका पहले दिन से सख्त है। पुलिस ने लीगल एक्शन लिया है। आरोपी के पिता को आज औरंगाबाद से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कोई ढीली कार्रवाई नहीं की। अगर किसी पुलिस अधिकारी ने आरोपी की कोई मदद की है तो जांच के बाद सख्त कार्रवाई करेंगे।
क्या कहा परिजनों ने
इधर, हादसे में मारे गये दोनों इंजीनियर के परिजनों और अन्य लोगों ने कई सवाल उठाये हैं। कहा है कि एक नाबालिग रईसजादा यार-दोस्तों संग पार्टी करता है। शराब के नशे में पिता की 2 करोड़ की पोर्श कार से निकलता है और एक बाइक को टक्कर मार देता है। इस हादसे में बाइक पर सवार दो युवा इंजीनियर की मौत हो जाती है। लेकिन चूंकि आरोपी नाबालिग है इसलिए उसे 15 घंटे के भीतर ही जमानत मिल जाती है। जमानत की शर्त भी ऐसी कि नया मोटर व्हीकल एक्ट सवालों के घेरे में आ गया है। इतना ही नहीं, आरोप लग रहे हैं कि पुलिस द्वारा आरोपी को हिरासत में लिए जाने के बाद VIP ट्रीटमेंट भी दिया गया। नाबालिग की जमानत और रिहाई को लेकर सवाल उठाने लगे हैं।
क्या है मामला
बता दें कि शनिवार देर रात हुए हदासे में मध्य प्रदेश के रहने वाले दो युवा इंजीनियर अनीश और अश्विनी की मौत हो गई। ये कार पुणे के एक अमीर बिल्डर का 17 साल आठ महीने का नाबालिग बेटा चला रहा था। हादसे के बाद उसने भागने की कोशिश की, लेकिन लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। हालांकि महज 15 घंटे के भीतर आरोपी लड़के को जमानत मिल गई। जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने आरोपी को सड़क हादसे पर निबंध लिखने और यरवदा पुलिस के साथ 15 दिन काम करने की सजा सुनाई है। अब सवाल उठता है कि पुणे में नशे में धुत बेलगाम रफ्तार से दो युवाओं की जान लेने वाला सिर्फ निबंध लिखकर बच जाएगा और पीड़ित परिवार जीवनभर के लिए दर्द सहेगा?
आरोपी का बिल्डर पिता गिरफ्तार
उधर, मामले ने तूल पकड़ा और सोशल मीडिया से लेकर मीडिया तक में तमाम सवाल उठने लगे तो महाराष्ट्र की पुणे पुलिस एक्शन में आई और नाबालिग आरोपी के बिल्डर पिता को गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट से नाबालिग आरोपी पर बालिग की तरह केस चलाने की भी अनुमति मांगी है। इसके साथ ही उस रेस्टोरेंट का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आ गया, जहां आरोपी ने एक्सीडेंट करने से पहले अपने दोस्तों संग पार्टी की और शराब का सेवन किया। यहीं से वह निकला और 150 से अधिक की रफ्तार पर पिता की करोड़ों की पोर्श कार चलाते हुए दो युवाओं की जान ले ली। हादसे के बाद से पीड़ितों के परिवार मातम में हैं और गुस्से में भी कि आखिर दो लोगों की जान लेने वाले रईसजादे को जमानत कैसे मिल गई?
हमें फॉलो करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें -