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फैसला : आरबीआई ने बढ़ाया रेपो रेट, जानिये फायदे और नुकसान 

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डेस्क: 

2 साल के लंबे अतंराल के बाद आरबीआइ ने रेपो रेट में वृद्धि की है। आरबीआइ के इस कदम के बाद बैंक और फाइनेंस कंपनियां भी अपने ब्याज दरों में वृद्धि करेगी। वैसे खुदरा क़र्ज़ जो बाहरी बेंचमार्क पर निर्भर होंगे। उनकी ब्याज दरों में सीधा 0.40 फीसदी का इजाफा हो जायेगा। आरबीआई के गवर्नर शक्तिदास ने बुधवार को मौद्रिक समिति की बैठक के बाद यह जानकारी दी। अगर अपने होम लोन ,वाहन लोन आदि लिया है तो अगले महीने से आपकी ईएमआई बढ़ जाएगी और आपको ज्यादा किश्त चुकाना होगा।  

छोटी बचत योजनाओ और एफडी पर मिलेगा अधिक लाभ 
ऐसा नहीं है कि ब्याज दर बढ़ने के साथ लोगों की जेब केवल ढीली ही होगी। ब्याज दर बढ़ने का असर छोटी बचत योजनाओं और बैंक जमा पर भी पड़ता है। ऐसे में संभावना बनती है कि जमाकर्ताओं को देर से ही सही मगर इसका लाभ मिले। आने वाले दिनों में एफडी ,पीएफ और सुकन्या सम्रृद्धि जैसी अन्य  बचत योजनाओ की ब्याज दरें बढ़े और जमाकर्ताओ को इसका लाभ मिले। 

पिछले मौद्रिक समीक्षा बैठक में ही ब्याज दर बढ़ने के दिए थे संकेत 
गवर्नर शक्तिकांत दास ने पिछले मौद्रिक समीक्षा बैठक के दौरान ही कम ब्याज दरो वाले लोन का दौर खत्म होने के संकेत दिए थे। उन्होंने रुस यूक्रेन युद्ध का हवाला फैसले  पर दिया है। इस फैसले के बाद सभी बैंक अपने ब्याज दरों की वृद्धि की घोषणा जल्द कर सकते है।