द फॉलोअप टीम रांची
कारोनाकाल में कोराना से कम मानसिक दबाव में मौत का आंकडा तेजी से बढा है। आत्म हत्या। के मामले में इजाफा हुआ है। नया मामला हर साल अकाल का दंश झेल रहे पलामू से आ रही है। हुसैनाबाद एफसीआई के सहायक गोदाम मैनेजर 36 वर्षीय संजय कुमार ने 6 दिसंबर को अपने आवास पर जहरीला पदार्थ खा लिया था। उन्हें गंभीर अवस्था मे अनुमंडलीय अस्पताल हुसैनाबाद ले जाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें पीएमसीएच मेदिनीनगर रेफर कर दिया गया। पीएमसीएच में चिकित्सकों ने उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए रांची रेफर कर दिया था। गुरुवार को जिंदगी की जंग वो हार गए और उनकी मौत हो गई। पहली वजह मानसिक दबाव ही बताई गई है।
कुछ दिनों से संजय कुमार मानसिक दबाव में ही थे। किस कारण से थे। इसका अभी पुख्ता पता नहीं चला है। इसकी जानकारी उनके मोबाइल फोन और गोदाम के पंजी की जांच से सामने आ सकती है। दिवंगत संजय कुमार का छोटा परिवार है। उनकी पत्नी और दो बच्चों के साथ वह प्रखंड कार्यालय स्थित आवास में रहते थे। परिवार के सदस्यों के किसी तरह के लड़ाई झगड़े की सूचना नहीं है। आत्महत्या के पीछे गोदाम से संबंधित कारणों की आशंका है।
देश में 10.6 फ़ीसदी मानसिक रोगी
मानसिक रोगियों की तादाद देश में जितनी है, उतना उनके इलाज के उपाय और संसाधन नहीं है। देश की कुल आबादी का 10.6 फ़ीसदी हिस्सा मानसिक बीमारियों से ग्रसित लोगों का है। इनके इलाज के लिए 15,000 साइकियाट्रिस्ट्स की जरुरत है। जबकि अभी साइकियाट्रिस्ट्स की संख्या 4000 से भी कम है।