द फॉलोअप टीम, रांची:
नदी-तालाबों में छठ घाटों पर अर्घ्य देने पर लगी रोक के आदेश को हेमंत सरकार ने अंततः वापस ले लिया है। छठ घाटों पर छठ पूजा मनाने को लेकर अब हेमंत सरकार की गाइडलाइन में मंगलवार की देर शाम में बदलाव कर दिया गया है। सरकार की ओर से सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कम संख्या श्रद्धालुओं को घाटों पर पूजा-अर्चना करने की स्वीकृति दे दी गई है।
सरकार बैकफुट पर नजर आयी
राज्य सरकार की ओर से देर शाम आयी इस सूचना के मुताबिक, राज्य की हेमंत सरकार ने राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के दबाव के बाद बैकफुट पर नजर आयी। इसलिए सरकार अपना आदेश वापस लेना पड़ा। सीएम ने कहा है कि छठ घाटों पर सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना के मद्देनजर सुरक्षा के नियमों का पालन करते हुए लोग कम संख्या में छठ घाटों पर जाकर पूजा कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों से अपील की है कि बेहतर यही होगा कि वे अधिक से अधिक संख्या में घरों में ही छठ करें। नदी-तालाबों के घाटों पर लोग कम संख्या में ही जायें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
सरकारी फरमान से खफा थे लोग
बता दें कि नदी-तालाबों में छठ घाटों पर पूजा की पाबंदी के सरकारी निर्देश के बाद राज्य की राजनीति में उबाल आ गया था। राजनीतिक और सामाजिक संगठनों से लेकर छठवर्तियों ने भी सरकार के इस कदम से नाराज चल रहे थे। यहां तक कि कांग्रेस की ओर से भी सरकार को इसपर पुनर्विचार का आग्रह किया था। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों में आरोप-प्रत्यारोप का बयान लगातार जारी रहा। इस बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा घाटों पर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ छठ पूजा करने की इजाजत दिये जाने से छठव्रतियों को काफी राहत मिली है।