logo

निलंबन के विरोध में 12 राज्यसभा सांसदों का धरना, शशि थरूर बोले- सबको अभिव्यक्ति का हक

15581news.jpg

द फॉलोअप टीम, दिल्ली: 

संसद का शीतकालीन सत्र जारी है। अब तक सदन की दोनो कार्यवाहियां हंगामेदार रही हैं। राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन का मुद्दा गरमा गया है। सभापति माफी के बिना उनका निलंबन रद्द करने को तैयार नहीं हैं वहीं विपक्ष ने माफी मांगने से साफ इंकार कर दिया है। इस बीच बुधवार को विपक्षी सांसदों ने इस निलंबन के खिलाफ निलंबित सांसदों के पक्ष में गांधी प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन किया। इसमें राहुल गांधी ने भी हिस्सा लिया। इसके बाद सभी 12 निलंबित विधायक गांधी प्रतिमा के समक्ष धरने पर बैठ गये। उनकी मांग है कि उनका निलंबन वापस लिया जाये। नेताओं ने प्रतिक्रिया भी दी। 

सांसदों का निलंबन बहुमत का अहंकार
12 निलंबित सांसदों में से एक तृणमूल कांग्रेस पार्टी की डोला सेन ने कहा कि सांसदों का निलंबन बहुमत वालों का अंहकार दिखाता है। जब वे विपक्ष में थे वे संसद की कार्यवाही को भी बाधित करते थे। डोला सेन ने कहा कि न्याय नहीं मिलने तक हमारा धरना जारी रहेगा। गौरतलब है कि राज्यसभा से कांग्रेस के 6, शिवसेना के 2, टीएमसी के 2, सीपीएम के 1 और सीपीआई के 1 सांसद को निलंबित किया गया है। दिलचस्प है कि पिछले सत्र में किए की सजा इस सत्र में मिली है। 

लोकतांत्रिक संसद चलाना बहुत जरूरी है! 
इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा कि केंद्र को ये महसूस करना होगा कि इस देश में अन्य आवाजें भी सुनने लायक हैं। आपको लोगों को विचार व्यक्त करने की अनुमति देनी होगी, तभी आप वास्तव में लोकतांत्रिक संसद चला सकते हैं। 

निलंबन पर रणनीति को लेकर विपक्ष की बैठक
राज्य सभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम राज्यसभा में 12 विपक्षी सांसदों के निलंबन को रद्द करने की मांग कर रहे है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम एक बैठक करेंगे। उस बैठक में ही तय किया जाएगा कि भविष्य की रणनीति क्या होनी चाहिए।