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दिल्ली में खतरनाक स्तर तक पहुंचा वायु प्रदूषण, यमुना नदी का जल भी हुआ जहरीला

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द फॉलोअप टीम, दिल्ली: 

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली मौजूदा समय में भीषण वायु और जल प्रदूषण का सामना कर रही है। दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स अति गंभीर श्रेणी तक पहुंच गया है। दिल्ली के अधिकांश इलाके में विजिविलिटी काफी कम हो गई है। इस बीच सोशल मीडिया में यमुना नदी का एक वीडियो शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस कदर यमुना नदी में जहरीला झाग तैर रहा है। लोग ऐसे हालत में भी वहां मछली पकड़ने या स्नान के लिए जा रहे हैं। 

पर्यावरणविद ने दी लॉकडाउन की सलाह
पर्यावरणविद विमलेंदु झा ने प्रदूषण की स्थिति को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि अभी वायु प्रदूषण का जो संकट दिल्ली में आया है उसे देखते हुए दिल्ली एनसीआर और उसके आसपास के स्कूलों को बंद कर देना चाहिए। वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन जैसे उपाय का सहारा लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि शायद अगले सप्ताह तक निर्माण संबंधी गतिविधियों पर भी रोक लगाने की जरूरत महसूस की जा सकती है। 

पंजाब-हरियाणा की पराली ने बिगाड़ा खेल
पर्यावरणविद विमलेंदू झा ने कहा कि ये अहम है कि हम उत्तर भारत में वायु प्रदूषण के मौजूदा संकट और इसके प्रभाव की गंभीरता को समझें। उन्होंने कहा कि ये स्वास्थ्य आपातकाल जैसा हालात हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा और पंजाब के खेतों में किसान पराली जा रहे हैं, प्रदूषण बढ़ने में उसका भी अहम योगदान है। उसका कोई और उपाय निकालना होगा। उन्होंने कहा कि वाहनों का आवाजाही नियंत्रित करनी ही होगी। बच्चों को बचाना जरूरी है। 

यमुना नदी में बढ़ गया है अमोनिया का स्तर
इस बीच जानकारी मिली है कि यमुना नदीमें अमोनिया का स्तर बढ़ने से दिल्ली के कुछ इलाकों में जलापूर्ति प्रभावित हुई है। समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में मालवीय नगर के एक व्यक्ति ने कहा कि हमें सुबह पानी की आपूर्ति में कटौती का नोटिस दिया गया। यमुना नदी में औद्योगिक कचरे का निपटान किया जाता है। दिल्ली सरकार इसको रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही। केंद्र सरकार ने भी आंखें मुंद रखी है। हालात भयावह हैं। इलाके की एक अन्य महिला ने बताया कि हमारे यहां कल से ही पानी नहीं आया। प्रत्येक 2 महीने में ऐसे हालात बनते हैं। नल से पीला और तीखा पानी आता है। हमें दुकानों से पानी खरीद कर पीना पड़ता है। 

राजधानी दिल्ली में गंभीर हो गया प्रदूषण स्तर
गौरतलब है कि हर साल सर्दियों की शुरुआत से ही दिल्ली में वायु प्रदूषण संकट गंभीर हो जाता है। यमुना नदी में भी अमोनिया का स्तर बढ़ जाता है। लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। दिल्ली में वायु प्रदूषण की मुख्य वजहों में बेतरतीब निर्माण कार्य, बड़ी संख्या में वाहनों का आवागमन और पराली का जलना है। एक रिपोर्ट कहती है कि प्रत्येक साल विश्व में 15 लाख लोगों की मौत प्रदूषण की वजह से हो जाती है। प्रत्येक 3 में से 1 बच्चा अस्थमा से पीड़ित है। सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी निर्देश जारी करती रहती है लेकिन कोई असर नहीं होता।