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सुबह उठती तो कपड़े अस्त व्यस्त मिलते और शरीर में रहता था दर्द, बोध गया बालिका गृह में बच्ची की आप-बीती

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द फॉलोअप टीम, गया:

बोध गया बालिका गृह से यौन शोषण का मामला सामने आया है। यहां एक किशोरी ने यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता ने नवादा में ACJM-2 की कोर्ट में शपथ पत्र दिया है। बालिका गृह की मैडम और कर्मचारियों पर ही आरोप लगा है। फ़िलहाल कोर्ट ने किशोरी की मेडिकल जांच कराने का आदेश दिया है। मामले में व्यवहार न्यायालय के पूर्व पीपी शिवनंदन शर्मा ने बताया कि बच्ची के परिजन CBI जांच की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर महिला आयोग, पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, बिहार सरकार के मुख्य सचिव, मगध के कमिश्नर और नवादा जिलाधिकारी को लेटर भेजा गया है। मेडिकल जांच रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में आगे कार्रवाई होगी'। बता दें कि पीड़िता नवादा की रहने वाली है।

बालिका गृह के कर्मियों पर आरोप 
पीड़ित किशोरी ने बताया कि बालिका गृह के कर्मियों ने ही उसका यौन शोषण किया। उसे दूध में कुछ नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाया जाता था जिससे वो बेहोश हो जाती थी। सुबह वह महसूस करती थी कि उसके शरीर में दर्द है और उसके कपड़े अस्त-व्यस्त हैं। उसने जब बालिका गृह की मैडम से शिकायत की तो मैडम ने उसे डांट कर चुप करा दिया। मामले में जिला बाल संरक्षण इकाई के निदेशक दिवेश कुमार ने बताया कि बोधगया बालिका गृह में हर तरफ CCTV कैमरे हैं। पांच महिला पुलिसकर्मी हैं। ऐसे में बालिका गृह में किसी के प्रवेश करने का सवाल ही नहीं उठता है। यौन शोषण की बात पूरी तरह गलत है। 

 

9वीं क्लास में पढ़ती है छात्रा
पीड़िता 9वीं की छात्रा है। दरअसल उसने घर से भागकर प्रेमी के साथ शादी कर ली थी। पुलिस ने उसे ढूंढ कर निकाला था। पिता ने उसे अपने घर में रखने से मना कर दिया तब जाकर कोर्ट ने 12 जुलाई को उसे बोधगया बालिका गृह में रखने का आदेश दिया।  बाद में पिता अपनी बेटी को घर में रखने के लिए तैयार हो गए और कोर्ट में 4 अगस्त को आवेदन दिया। जब अधिकारी बालिका गृह में बच्ची से मिलने पहुंचे तो उसने अपनी आपबीती सुनाई। इसके बाद पूरा मामला सामने आया। 

 

मामले की जांच शुरू की गई 
इस मामले की जांच शुरू हो गई है। बोधगया एसडीओ व डीएसपी के नेतृत्व में बालिका गृह के सदस्यों से पूछताछ की जा रही है।  अधिकारियों का कहना है कि अभी तक वैसे कोई सबूत नहीं मिले हैं। बता दें कि बालिका गृहों में रहने वाली महिलाओं के साथ यौन शोषण के मामले 2018 से चर्चा में हैं। 2018 में भी मुजफ्फरपुर के बालिका गृह में नाबालिग लड़कियों के साथ दरिंदगी का मामला सामने आया था। एक रिपोर्ट के अनुसार बालिका गृहों में रहने वाली महिलाओं की स्थिति काफी बदतर बताई गई थी।