logo

इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल तक पहुंची झारखंड की नागपुरी-मुंडारी शॉर्ट फिल्म ‘बांधा खेत’

10773news.jpg
द फॉलोअप टीम, रांची: 
झारखंड के सिमडेगा जिले में बनी नागपुरी मुंडारी शॉर्ट फिल्म ‘बांधा खेत’ का चयन सेकेंड कोविड इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ उड़ीसा के लिए हुई है। इस फिल्म फेस्ट के लिए 40 देशों से फिल्में चुनी गई हैं। इस फेस्ट में झारखंड से एकमात्र शार्ट फिल्म बांधा खेत है। इस फिल्म का निर्देशन किया है एनपीके ने, अनुराग लुगुन ने इस फिल्म में मुख्य किरदार निभाया है। फिल्म की कहानी‌ आदिवासी-सदान परिवेश में रहने वाले किसान के दर्द को बयां करती है कि कैसे गरीब किसान अपनी जीविका के लिए अपने खेत को बांधा कर लेते हैं। बता दें कि यह फिल्म देश-विदेश के अन्य फिल्म फेस्टिवल में भी भेजी गई है।



राज्यपाल से मिल चुका है एनपीके को सम्मान 
युवा लेखक-निर्देशक पुरुषोत्तम कुमार (एनपीके) सिमडेगा के निवासी हैं। उनकी अन्य नागपुरी शॉर्ट फिल्में पहले भी कई फेस्ट तक पहुंची है। थिएटर के क्षेत्र में भी उन्हें कई सम्मान मिले हैं। झारखंड की राज्यपाल से भी उन्हें सम्मान मिला है। एनपीके बॉलीवुड की भी फिल्मों में सहायक निर्देशक का काम कर चुके हैं। भारत और झारखंड सरकार के लिए डॉक्युमेंटरी बनाने के लिए भी उनका चयन हुआ है। अभी तक 13 Nagpuri Short फ़िल्मों का निर्माण कर चुके हैं। 



फुल लेंथ फीटर फिल्म भी लगभग बनकर तैयार 
एनपीके की एक फुल लेंथ नागपुरी फिल्म भी लगभग बनकर तैयार है। फिल्म प्रोडक्शन के आखिरी स्टेज पर है। इसी साल के अक्टूबर तक फिल्म रिलीज हो सकती है। फिल्म की पूरी शूटिंग रांची और इसके आसपास हुई है। सभी कलाकार झारखंड के ही हैं। कैमरा सहित अन्य उपकरण मुंबई से मांगवाए गए थे।