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बिल गेट्स ने पत्नी मेलिंडा से लिया तलाक, जानिए! कैसे हुई थी उनकी पहली मुलाकात

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द फॉलोअप टीम, डेस्क: 

दुनिया के चौथे सबसे अमीर आदमी बिल गेट्स ने अपनी पत्नी मेलिंडा गेट्स से अलग होने का फैसला किया है। उनकी 27 साल पुरानी शादी टूट गयी। दोनों ने ट्विटर पर एक बयान जारी कर इस बात की जानकारी दी। बिल गेट्स ने लिखा कि एक जोड़े के तौर पर आगे बढ़ना मुश्किल है इसलिए हमने अलग होने का फैसला किया। इस खबर से दुनिया स्तब्ध रह गयी क्योंकि अभी तक इस दंपत्ति ने दुनिया में मिसाल कायम की थी। शादी टूटने की क्या वजह रही। कब दोनों की मुलाकात हुई थी, चलिये जानते हैं। 

हम एक जोड़े के तौर पर आगे नहीं बढ़ सकते! 
बिल और मेलिंडा ने एक बयान जारी करके बताया कि हमें नहीं लगता कि हम एक जोड़े के तौर पर आगे बढ़ सकते हैं। काफी सोचने समझने और अपने रिश्ते पर काम करने के बाद हमने अपनी शादी को खत्म करने का फैसला किया। बीते 27 सालों में हमने तीन बच्चों की परवरिश की। एक बेहतरीन संस्था बनाई जो पूरे विश्व में लोगों को स्वस्थ और बेहतर जीवन जीने में मदद करती है। बिल गेट्स ने लिखा कि इस मिशन में हम अपना यकीन बरकरार रखेंगे और आगे भी इस फाउंडेशन के लिए काम करते रहेंगे। हालांकि एक जोड़े के तौर पर हम अपने जीवन के अगले पड़ाव में एक साथ आगे नहीं बढ़ सकते। 

साल 1987 में पहली बार मिले थे बिल और मेलिंडा
जानकारी के मुताबिक साल 1987 में बिल और मेलिंडा की पहली मुलाकात हुई थी। मेलिंडा ने बतौर प्रोडक्ट मैनेजर माइक्रोसॉफ्ट ज्वॉइन किया था। दोनों पहली बार न्यूयॉर्क में एक बिजनेस डिनर में पहली बार मिले थे। इस मुलाकात के बाद से ही दोनों डेट करने लगे थे। साल 19994 में बि गेट्स और मेलिंडा ने हवाई के द्वीप लनाई में शादी कर लिया था। दोनों ने मिलकर एक समाजसेवी संस्था बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन की स्थापना की थी। ये संस्था दुनिया में टीकाकरण सहित अलग-अलग स्वास्थ्य सेवाओं में अरबों रूपये खर्च करती है। फाउंडेशन का ये काम काफी सराहनीय है। 

दुनिया के चौथे सबसे अमीर शख्स हैं बिल गेट्स
फोर्ब्स मैगजीन के मुताबिक 124 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ बिल गेट्स दुनिया के चौथे सबसे अमीर आदमी हैं। बिल गेट्स काफी लंबे समय तक दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति रहे। साल 1970 में बिल गेट्स ने जानी-मानी कम्प्यूटर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना की थी। इस वक्त बिल गेट्स कंपनी में कम सक्रिय रहते हैं। उन्होंने अपना पूरा समय दुनिया में परोपकार का काम करने का फैसला किया है।