logo

JPSC विवाद पर पहली बार बोले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पीटी परीक्षा को बताया सरकार की बड़ी उपलब्धि

16224news.jpg

द फॉलोअप टीम, रांची: 

झारखंड में जेपीएससी परीक्षा की गड़बड़ी को लेकर सदन से सड़क तक आंदोलन हो रहा है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पहली बार जेपीएससी विवाद पर कुछ बोला है। जेपीएससी पीटी परीक्षा में गड़बड़ी के आरोपों पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि इस बार जेपीएससी की परीक्षा में 4 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया। पहली बार राज्य के एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के 75 फीसदी से ज्यादा अभ्यर्थियों ने परीक्षा में हिस्सा लिया। स्थानीय लोगों को ज्यादा से ज्यादा मौका मिला।

जेपीएससी का सफल आयोजन विपक्ष को नहीं पचा! 
मुख्यमंत्री हेमतं सोरेन ने कहा कि जेपीएससी परीक्षा का सफल आयोजन विपक्ष को पच नहीं रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। गौरतलब है कि इस वक्त राज्य में विधानसभा का शीतकालीन सत्र जारी है। शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन 12 विधायकों ने कार्य स्थगन का प्रस्ताव दिया और जेपीएससी पर चर्चा की मांग की। शीतकालीन सत्र का अभी तक का पूरा समय जेपीएससी विवाद को लेकर हंगामे की भेंट चढ़ चुका है लेकिन चर्चा नहीं हुई। 

जेपीएससी पीटी परीक्षा में धांधली का आरोप लगा है
गौरतलब है कि जेपीएससी पीटी परीक्षा में धांधली का आरोप लगा है। आरोप है कि बिना ओएमआर शीट की जांच किए ही कई अभ्यर्थियों को पास घोषित कर दिया गया। कई अभ्यर्थियों का ओएमआर शीट गायब मिला। अनुपस्थित छात्रों को भी उत्तीर्ण घोषित किया गया। आरोप ये भी है कि कई परीक्षा केंद्रों में प्रश्न पत्र का सील पहले ही खोल दिया गया था। विपक्ष लगातार इसे मुद्दा बना रहा है। 

मोरहाबादी मैदान में आंदोलन पर बैठे अभ्यर्थी
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जेपीएससी अभ्यर्थी बीते तकरीबन 50 दिन से आंदोलन कर रहे हैं। कई अभ्यर्थी रांची के मोरहाबादी मैदान में अनशन कर रहे हैं। अभ्यर्थी जेपीएससी के चेयरमैन अमिताभ चौधरी को हटाने की मांग कर रहे हैं। उनकी मांग है कि प्रारंभिक परीक्षा को रद्द किया जाये। मामले की सीबीआई जांच हो। दोबारा परीक्षा का पारदर्शी और निष्पक्ष आयोजन हो।