द फॉलोअप टीम, बोकारो:
बोकारो जिला के गोमिया प्रखंड के 8 गांवों को मिलाकर गोमिया नगर परिषद के गठन करने की अधिसूचना 7 सितंबर 2018 को नगर विकास एवं आवास विभाग ने जारी की थी। लेकिन नागरिकों और ग्रामिणों के एतराज के बाद मुख्यगमंत्री हेमंत सोरेन ने इसपर रोक लगा दी है। इसके विघटन को अब सिर्फ कैबिनेट की मुहर का इंतजार है।
परिषद के अंतर्गत ये गांव किए गए थे शामिल
परिषद में गोमिया, पलिहारी गुरुडीह, सराबेड़ा, खम्भरा, स्वांग, पिपराडीह, हजारी और खुदगड्डा गांव शामिल किए गए थे। 2011 की जनगणना के मुताबिक इनकी कुल आबादी 48,141 है, जबकि जनसंख्या घनत्व 687 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है।
जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने जताई थी आपत्ति
गोमिया प्रखंड के अंतर्गत आने वाले पंचायतों के मुखिया, स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने गोमिया नगर परिषद के गठन पर आपत्ति जताई थी। उनका कहना था कि नगर परिषद क्षेत्र में शामिल संपूर्ण क्षेत्र ग्रामीण प्रकृति की है तथा अधिकांश जनसंख्या कृषि पर निर्भर है। दैनिक एवं दिहाड़ी मजदूर काम के लिए अन्य क्षेत्रों में पलायन करते हैं।
कहा था ग्रामिणों पर बढ़ेगा कर का बोझ
प्रमुख आपत्ति थी कि नगर परिषद के गठन होने पर जनता पर कर का बोझ बढ़ेगा। इसलिए नगर परिषद के गठन से संबंधित अधिसूचना को वापस लिया जाए। उक्त आपत्तियों को लेकर बोकारो के उपायुक्त से मंतव्य लेने और दिए गए सुझाव के उपरांत गोमिया नगर परिषद को विघटित करने का प्रस्ताव नगर विकास एवं आवास विभाग ने तैयार किया।