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...तो क्या हेमंत सरकार को अब बाहर से समर्थन देगी कांग्रेस! 

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द फॉलोअप टीम, रांची: 


खरीद-फरोख्त मामले में कांग्रेस के विधायकों के नाम आने के बाद बैकफुट पर जा चुकी झारखंड कांग्रेस ने एक नई राजनीतिक चर्चा को जन्म दिया है। महागामा की विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने ये कहकर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है कि कांग्रेस पार्टी हेमंत सोरेन की सरकार को बाहर से समर्थन दे सकती है। सरकार में शामिल रहे बगैर भाजपा को रोकने के लिए बाहर से समर्थन दिया जा सकता है।

 

कांग्रेस को कमजोर करने की साजिश
अपनी पार्टी के विधायकों का साथ देते हुए दीपिका ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी को कमजोर करने की साजिश रची जा रही है। कांग्रेस के विधायकों को बदनाम किया जा रहा है। दरअसल दीपिका, प्रशासन द्वारा खरीद-फरोख्त मामले में कांग्रेसी विधायकों को चिन्हित करने से नाराज चल रही हैं। उनका कहना है कि असल मुद्दों से हटकर प्रशासन कांग्रेस के ही विधायकों को बदनाम करने में जुटी हुई है। आगामी 5 अगस्त को झारखंड कांग्रेस के प्रभारी आरपीएन सिंह इन मामलों को लेकर पार्टी विधायकों के साथ बैठक भी करेंगे। 

 

चार अगस्त को रांची आएंगे आरपीएन
झारखंड कांग्रेस के प्रभारी आरपीएन सिंह 4 अगस्त को रांची आ रहे हैं। वह 5 अगस्त को विधायकों के साथ बैठक करेंगे। पिछले कुछ दिनों से जिस तरह से झारखंड की राजनीति कांग्रेस विधायकों के इर्द-गिर्द घूम रही है इससे आलाकमान भी परेशान है। विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने कहा है कि कांग्रेस विधायकों का चीरहरण किया जा रहा है।

कांग्रेसी विधायकों की नहीं सुनी जा रही
बोर्ड-निगमों और 20 सूत्री के गठन में हो रही देरी को लेकर भी कांग्रेस नाराज है।य़ प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह के हस्तक्षेप के बाद भी इन मामलों में कोई फैसला नहीं लिया गया है। सरकार में रहते हुए भी कांग्रेस पार्टी की नहीं सुनी जा रही है जिससे क्षेत्र में विधायकों को जनता की नाराजगी झेलनी पड़ रही है।