logo

'इलाज के अभाव में तड़प-तड़प कर मर रही थी जनता तो कुशासन बाबू महलों में विरोधी पार्टी को तोड़ने का षडयंत्र रच रहे थे!'

9769news.jpg
द फॉलोअप टीम, पटना:
बिहार की राजनीति में इनदिनों  उथल-पुथल मची है। लोग तरह-तरह से सवाल खड़े कर रहे हैं। इसी बीच लालू यादव की बेटी डॉ. रोहिणी आचार्या भी पीछे नहीं रही हैंं। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, जब दवा और इलाज के अभाव में जनता तड़प-तड़प कर मर रही थी...कुशासन बाबू महलों में विरोधी पार्टी को तोड़ने का षडयंत्र रच रहे थे! उन्होंने एक के बाद एक पोस्ट करते हुए कहा कि ''बड़े भाई के एहसानों का सिला कुछ इस तरह दिया...अपनी ही पार्टी को तोड़कर कुशासन बाबू के षडयंत्र में शामिल हुए।'' आगे कहा कि ''बड़े भाई ने उसे राजनीतिक मुकाम दिया.. उस भाई की पार्टी को सत्ता लोभ में तोड़ने का कुचक्र रचा!'' फिर वह लिखतीं हैं ''जमीर बेचकर पलटू की गोद में जा बैठा... स्वर्गीय रामविलास पासवान जी के आदर्शों को जिसने नीलाम कर दिया!'' 

राजद ने नीतीश को आड़े हाथ लिया 
RJD के प्रवक्‍ता मनोज झा ने इस मामले में  कहा है कि राजनीति में जमीर और जमीन बड़ी चीज होती है। 2020 के चुनाव में जमीन खो गई और 40 सीट पर आ गए। अभी विश्व की सबसे बड़े पार्टी की कुछ अनुकंपा है कि आपको बना कर रखी हुई है। आप जो कर रहे हैं वह आपकी कार्यशैली का हिस्सा रहा है। उन्होंने नितीश कुमार पर हमला निशाना साधते हुए कहा कि आप  विखंडन की राजनीति करते हैं।  2010  हमारे दल को भी तोड़ने का प्रयास हुआ था। पारस कुछ भी कहें लेकिन यह बात सबको मालूम है कि स्क्रिप्ट कहां से लिखी जा रही है।

मजे लीजिये 
मनोज झा ने यह भी कहा कि चूँकि आप  इस तरह की राजनीति में करते हैं।  इसलिए क्रिएटिव काम करने के लिए स्पेस नहीं रह जाता। पारस हों या नीतीश हों, रामविलास पासवान का आधार वोट बैंक यह भी देखेगा कि मौत का एक साल भी नहीं हुआ और उनकी स्मृति के साथ क्या हो रहा है। रामविलास पासवान का आधार वोट बैंक तय करेगा आगे की राजनीति कैसी होगी? अंत में मनोज झा ने कहा कि बहरहाल मजे लीजिए।