द फॉलोअप टीम, रांची:
झारखंड सरकार के अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति तथा अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने ट्राइबल एडवाइजरी काउंसिल (TAC) के सदस्यों का मनोनयन कर लिया है। इसमें भारतीय जनता पार्टी के तीन सदस्यों को शामिल किया गया है। विभाग की तरफ से इसबारे में अधिसूचना जारी की गई है। अधिसूचना के मुताबिक ट्राइबल एडवाइजरी काउंसिल के पदेन अध्यक्ष मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन होंगे। इसका उपाध्यक्ष मंत्री चंपई सोरेन को बनाया गया है।
बीजेपी के तीन नेताओं को किया गया शामिल
टीएसी के बाकी सदस्यों के रूप में विधानसभा सदस्य स्टीफन मरांडी, नीलकंठ सिंह मुंडा, बाबूलाल मरांडी, बंधु तिर्की, सीता सोरेन, दीपक बिरुआ, चमरा लिंडा, कोचे मुंडा, भूषण तिर्की, सुखराम उरांव, दशरथ गगराई, विकास कुमार मुंडा, नमन विक्सल कोंगाड़ी, राजेश कच्छप और सोनाराम सिंह को मनोनित किया गया है। मनोनित सदस्यों में विश्वनाथ सिंह सरदार और जबल मुंडा को सदस्य बनाया गया है।
टीएसी की नई नियमावली को लेकर हुआ था विवाद
गौरतलब है कि हालिया कुछ दिनं में ट्राइबल एडवाइजरी काउंसिल की नई नियमावली को लेकर काफी विवाद हुआ था। नई नियमावली में राज्यपाल की शक्तियों को कम किए जाने का विरोध हुआ था। राजभवन ने राज्य सरकार से टीएसी की फाइल भेजने को कहा था। राज्य सरकार से फाइल मिलने के बाद राजभवन को इस पर समीक्षा करना था। भारतीय जनता पार्टी ने भी नई नियमावली का विरोध किया था। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात भी की थी।
भारतीय जनता पार्टी ने बताया था असंवैधानिक
जनजातीय परामर्शदाता परिषद की नई नियमावली से झारखंड के राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई थी। मुख्य विपक्षी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी ने इसकी शिकायत भी राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से की थी। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश की अगुवाई में पार्टी के पतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात भी की थी। कहा जा रहा है कि इसमें राज्यपाल की भूमिका कम की जा रही है।
टीएसी में अब राज्यपाल की भूमिका नगण्य होगी
नई नियमावली के मुताबिक मुख्यमंत्री ही टीएसी के सदस्यों का मनोनयन कर सकेंगे। इसमें राजभवन की कोई भूमिका नहीं होगी। टीएसी में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के अलावा 18 सदस्य होंगे। इनमें से 15 सदस्य झारखंड विधानसभा के वैसे विधायक होंगे जो जनजातीय समुदाय से आते हैं। तीन वैसे सदस्य होंगे जो समुदाय के जानकार हैं। आदिवासी कल्याण और विकास संबंधी विषयों में रूचि रखते हैं। मुख्यमंत्री टीएसी के पदेन अध्यक्ष होंगे और कल्याण मंत्री उपाध्यक्ष।