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किसान आन्दोलन से घबराई सरकार, नड्डा के घर उच्च स्तरीय बैठक

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द फाॅलोअप टीम, नई दिल्ली 
किसानों के आंदोलन को देखते हुए बीजेपी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक हुई है। इस बैठक में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह, केन्द्रीय प्रतिरक्षा मत्री राजनाथ सिंह और केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने हिस्सा लिया। इस बैठक में और कई बड़े नेताओं के भाग लेने की भी सूचना है। बैठक करीब दो घंटे चली और इसके बाद केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बैठक के बारे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अवगत कराया। इधर किसान नेताओं ने दिल्ली जाम करने की चेतावनी दी है। 

धमकी : दिल्ली के 5 प्वाइंट जाम करेंगे किसान 
कृषि कानूनों को लेकर किसान पिछले 2 महीने से आंदोलनरत हैं और अब यह लड़ाई दिल्ली के करीब तक आ गई है. किसान पिछले 4 दिन से दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं और उनकी मांग जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने की है। रविवार का दिन किसान आंदोलन की वजह से खासा रहा। किसानों ने प्रदर्शन के लिए बुराड़ी जाने से मना कर दिया तो देर रात बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पर हाई लेवल बैठक हुई जो करीब 2 घंटे तक चली। इधर, भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी के अध्यक्ष सुरजीत सिंह फूल ने कहा कि दिल्ली आने वाली पांच सड़कों को हम जाम करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि हम 5 प्वाइंट पर धरना देंगे। 

सरकार का प्रस्ताव नामंजूर : भाकियू
किसान यूनियन ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि सरकार की ओर से बुराड़ी में प्रदर्शन करने का प्रस्ताव हम नामंजूर करते हैं। हम बिना शर्त सरकार से बातचीत चाहते हैं। उन्होंने कहा कि बुराड़ी ओपन जेल की तरह है और वो आंदोलन की जगह नहीं है। हमारे पास पर्याप्त राशन है और 4 महीने तक हम रोड पर बैठ सकते हैं। 

किसानों ने गाजीपुर पर बैरिकेड तोड़ी
इससे पहले प्रदर्शन कर रहे किसानों ने गाजीपुर बॉर्डर पर बैरिकेड तोड़ दिए। ये किसान बैरिकेड क्रॉस करके दिल्ली की ओर आना चाह रहे थे। पुलिस ने इन्हें रोका तो वे उग्र हो गए। इस दौरान यहां किसानों और पुलिस के बीच जमकर बहस भी हुई। इस बीच रविवार दोपहर हजारों की संख्या में पंजाब और हरियाणा से किसान सिंधु बॉर्डर पर पहुंचे और सड़क पर बैठ गए। प्रदर्शनकारी किसानों की भीड़ ने नरेला मोड़ सिंधु बॉर्डर चैक भी जाम कर दिया। किसान संगठनों की ओर से बड़ी संख्या में किसानों से दिल्ली पहुंचने की अपील की गई।

1 दिसंबर से प्रारंभ हो जाएगा राज्यों में प्रदर्शन
दिल्ली-हरियाणा की सीमा सिंधु बॉर्डर पर किसानों की बैठक हुई जिसमें प्रदर्शन तेज करने का आह्वान किया गया। किसानों ने कहा कि 1 दिसंबर से राज्यों में भी प्रदर्शन शुरू किया जाएगा। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति का कहना है कि पंजाब और हरियाणा के किसान भारी संख्या में गोलबंद होकर पहुंच रहे हैं। साथ ही यूपी और उत्तराखंड के किसान भी दिल्ली आ रहे हैं।