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पटना के चौक-चौराहों पर लगाए गए पोस्टर में लालू के परिवार को बताया बिहार पर भार, राजद ने कहा- अबकी बार तेजस्वी की सरकार

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द फॉलोअप टीम, पटना 
बिहार विधानसभा चुनाव की तिथि की घोषणा अगले 4 से 5 दिनों में हो जाएगी। देश में बिहार पहला ऐसा राज्य होगा, जहां कोरोना महामारी के बीच विधानसभा के चुनाव होंगे। लिहाजा तमाम राजनीतिक पार्टियां चुनावी अखाड़े में उतरने के लिए खुद को मजबूत करने में जुट गई है। सभी पार्टियां जीत का दावा करने के साथ एक-दूसरे पर वार पलटवार करने से भी नहीं चूक रही।

पोस्टर के जरिए लालू परिवार पर वार
कोरोना काल में भले ही राजनीतिक पार्टियां, वर्चुअल माध्यम से रैली और बैठक कर रही हैं। लेकिन सभी राजनीतिक दल ट्रेडिशनल चुनाव प्रचार का भी बखूबी इस्तेमाल कर रही है। राजनीतिक वार पलटवार के बीच राजधानी पटना के कई स्थानों पर पोस्टर के जरिए लालू परिवार पर निशाना साधा गया है। पटना के चौक-चौराहों पर लगाए गये पोस्टर के जरिए यह बताने की कोशिश की गई है कि, लालू यादव का पूरा परिवार बिहार पर भार है। 

पोस्टर में लालू को कैदी नंबर 3351 दर्शाया गया
बता दें कि पटना के विभिन्न स्थानों पर जो पोस्टर लगाए गए हैं, उसमें जहां लालू यादव को जेल की सलाखों के पीछे दिखाया गया है, वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, लालू के बड़े पुत्र और विधायक तेज प्रताप यादव, बड़ी बेटी मीसा भारती और लालू यादव की पत्नी बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी की तस्वीर भी लगी है। पोस्टर में लालू यादव के आगे सजायाफ्ता कैदी नंबर 3351 लिखकर यह बताने की कोशिश की गई है कि लालू का पूरा परिवार भ्रष्टाचार में लिप्त है।

किसने लगाया पोस्टर ? निवेदक का नाम नहीं
आमतौर पर राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता या नेता द्वारा लगाए जानेवाले पोस्टर, बैनर या होर्डिंग पर पार्टी के नाम के साथ जिसने इन्हें लगाया या लगवाया है, उसका नाम देना आवश्यक होता है। हालांकि यह कोई पहला पोस्टर नहीं है, जिसमें निवेदक का नाम तक नहीं दिया गया। इसके अलावा जिस राजनीतिक दल ने इस तरह के पोस्टर-होर्डिंग पटना के चौक-चौराहों पर लगे हैं, उसका नाम तक नहीं दिया गया है। बता दें कि इसके पहले भी पोस्टर के जरिए ही लालू प्रसाद के दोनों बेटे तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव पर निशाना साधा गया था। पटना के चौक चौराहों पर होर्डिंग के जरिए यह बताने की कोशिश की गई थी कि, लालू परिवार ने घोटालों के पैसो से कितनी संपत्ति बनाई है। आज लगाए गए होर्डिंग और पोस्टर में भी किसी राजनीतिक दल का नाम या किसी व्यक्ति का नाम नहीं लिखा है। लेकिन राजद का मानना है कि यह पोस्टर वार जदयू की कारस्तानी हो सकती है।

पटना में पोस्टर वार पर आरजेडी का पलटवार
पटना के चौक-चौराहों पर लालू यादव के परिवार को लेकर लगाए गए पोस्टर पर राजद ने प्रतिक्रिया देते हुए जेडीयू पर निशाना साधा है। राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि सामने से वार करने की हिम्मत नहीं है, तो छिपकर पोस्टर के जरिए लालू यादव के परिवार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि बिहार की 12 करोड़ जनता जानती है कि लालू प्रसाद यादव ने बिहार के लिए क्या काम किया है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता लालू यादव के परिवार के साथ खड़ी है। मृत्युंजय तिवारी ने यह भी कहा कि झारखंड में भी हमारी सरकार है। बिहार में चाहे कोई कितना भी कर ले, पोस्टर के जरिए वार लेकिन, बिहार में बनेगी तेजस्वी यादव के नेतृत्व में हमारी ही सरकार और इस बार चुनाव में एनडीए का हो जाएगा बंटाधार। यानी बिहार में एक बार फिर पोस्टरवार से सहारे एक-दूसरे को नीचा दिखाने का काम शुरू हो गया है।