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विधायक खरीद-फरोख्त मामला पहुंचा एसीबी कोर्ट, आरोपियों को पुलिस ले सकती है रिमांड पर 

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द फॉलोअप टीम, रांची:

विधायक खरीद फरोख्त मामला अब एसीबी के न्यायालय के पहुंच चुका है। इस मामले से जुड़े सारे दस्तावेज एसीबी के विशेष न्यायालय भेज दिए गये हैं। एसीबी कोर्ट में यह मामला पहुँचने से अब आरोपियों की मुश्किल बढ़ सकती है। अब तक यह मामला रांची सीजेएम की अदालत में चल रहा था। इस मामले में गिरफ्तार हुए 3 आरोपियों को रांची पुलिस रिमांड पर लेने के लिए आवेदन दे चुकी है। सीजेएम कोर्ट में रांची पुलिस ने आवेदन दिया है। रांची पुलिस के आवेदन पर सुनवाई के बाद ही अदालत रिमांड दिये जाने पर कोई निर्णय लेगी। रिमांड मांगे जाने के पीछे उम्मीद यह जतायी जा रही है कि रांची पुलिस अभियुक्तों से पूछताछ कर इस मामले से जुड़े अन्य तथ्यों पर गहनता से पूछताछ करेगी। 

22 जुलाई को प्राथमिकी दर्ज हुई थी 

22 जुलाई को रांची के कोतवाली थाना में तीन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी थी।  प्राथमिकी में आईपीसी की विभिन्न धाराओं के साथ पीसीएस की भी दो धाराएं जोड़ी गई थी। बता दें कि सरकार के खिलाफ साजिश रचने की जानकारी पर रांची के बड़े होटलों में स्पेशल ब्रांच की टीम ने छापेमारी की थी।  रांची के कोतवाली थाना में अभिषेक दुबे, अमित सिंह और निवारण प्रसाद महतो के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर की गयी है।  आईपीसी की धारा 419,420 124a,120 b, 34 और PR एक्ट की धारा 171 के साथ पीसी एक्ट की धारा 8/9 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है।  

कई बड़े नेताओं के नाम आये हैं 

बता दें कि सरकार को गिराने की साजिश में जामताड़ा से कांग्रेस विधायक डॉ इरफान अंसारी का नाम भी सामने आया है। इसपर उन्होंने कहा कि दिल्ली जाना उनकी भूल थी और वह विधायक अमित यादव के कहने पर दिल्ली गए थे। उन्होंने कहा कि दिल्ली में जिनसे उनकी मुलाकात हुई उन्हें वह नहीं पहचानते हैं।  उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार को गिराने का कोई मकसद नहीं है और वो कांग्रेस के सच्चे सिपाही है। उन्होंने खुद को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का हनुमान भक्त बताया है।बता दें कि इस मामले को लेकर आलमगीर आलम लगातार पार्टी विधायकों से बात कर रहे है।