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कलाकारी : फनकार नागेश ने बनाई ऐसी प्रतिमा, ठहरकर देखने को मजबूर हो जाते हैं लोग

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जमशेदपुरः
टेल्को (Telco) कॉलोनी के डीलर्स हॉस्टल के सामने गोलचक्कर के पास लगी मूर्ति आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। मूर्ति ऐसी है कि हर राहगीर रूक कर एक नजर जरूर देख रहा है। ये प्रतिमा टाटा मोटर्स से निकले स्क्रैप मेटल से बनी है। मूर्ति सामूहिकता और सद्भावना का संदेश दे रही है।  बनाने वाले कलाकार का नाम नागेश चौधरी है। प्रतिमा को बनाने में 4 महीने का समय लगा है। 


फनकार नागेश के नाम से फेमस 
नागेश ने बताया कि टाटा मोटर्स (Tata Motors) के सिविल टाउन विभाग में काफी मेटल स्क्रैप रखा था। उसे देखकर स्कल्प्चर बनाने का विचार आया। इस काम में विभाग के शिबा पात्रा का योगदान काफी रहा। उन्होंने सारे मेटेरियल मुहैया कराये। बता दें कि नागेश टाटा मोटर्स के कारपोरेट कम्युनिकेशन में फोटोग्राफर के तौर पर जुड़े हैं। नागेश को लोग फनकार नागेश के नाम से जानते हैं। 

नागेश ने बताई अपनी पूरी कहानी
नागेश चौधरी ने रवींद्र भवन की नर्सरी में कैनवास पर रंगों को बिखेरना सीखा। कई फोटोग्राफरों के साथ काम किया। बंग्यो संगीत परिषद से फाइन आर्ट्स की फॉर्मल पढ़ाई की। अप्रेंटिसशिप भी किया। नागेश कहते हैं हमेशा लगता था कि यह मेरा काम नहीं है। इसके बाद कंपनी के ईआरसी विभाग में चला गया, जहां एफआरपी (फाइबर रेजिन प्लास्टिक) डिजाइनिंग का काम देखता था, जो मेरे मन के अनुकूल था लेकिन बाकी समय में प्लांट में ही वुड वर्क करता रहता था।

दोराबजी टाटा की प्रतिमा बनाई
दोराबजी टाटा के साथ ही जेआरडी की प्रतिमा बनाई। इसकी जानकारी मौजूदा प्लांट हेड एसबी बोरवंकर तक पहुंची तो उन्होंने शाबासी दी। जिंदगी तब पलटी, जब जनरल ऑफिस में फोटो गैलरी बनानी थी। इसके बाद मैं यहां आ गया और फिर कंपनी के कॉरपोरेट कम्युनिकेशंस का हिस्सा बन गया।