द फॉलोअप टीम, वाराणसी:
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनकर तैयार है। 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे। वाराणसी में जोर-शोर से इसकी तैयारियां चल रही हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर कुल 54 हजार वर्ग किमी में फैला है। उद्घाटन कार्यक्रम की काफी भव्य तैयारी की जा रही है। पूरे शहर को सजाया जा रहा है। कलाकार तैयारी में जुटे हैं।
दीप जलाकर होगा भगवान शिव का आह्वान
गौरतलब है कि लोकार्पण के समय लोग दीपक जलाकर अपने-अपने घरों में भगवान शिव का आह्वान करेंगे। लेजर शो और आतिशबाजी भी की जायेगी। शहर के सभी मंदिरों, गलियों, चौक-चौराहों और सार्वजनिक स्थान पर दीप मालायें सजाई जायेंगी। धाम के लोकार्पण के साथ ही 12 से 14 सितंबर तक 3 दिवसीय शिव दीपोत्सव की भी शुरुआत हो जायेगी। दुनिया के तमाम मंदिरों और मठों में लोकार्पण कार्यक्रम का सजीव प्रसारण 13 दिसंबर की सुबह से ही किया जायेगा। इसकी भी तैयारी पूरी है।
मुगल सेना ने मंदिरों को कर दिया था ध्वस्त
कहा जाता है कि औरंगजेब के फरमान के बाद 1669 में मुगल सेना ने विशेश्वर मंदिर को ध्वस्त कर दिया था। स्वंयभू ज्योतिर्लिंग को कोई क्षति ना हो इसके लिए मंदिर के महंत शिवलिंग को लेकर ज्ञानवापी कुंड में कूद गये था। मुगल सेना ने मंदिर के बाहर स्थापित विशाल नंदी की प्रतिमा को तोड़ने का प्रयास किया था। ज्ञानवापी कूप औऱ विशाल नंदी को विश्वनाथ मंदिर में शामिल कर लिया गया है। गौरतलब है कि उद्घाटन कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सहित राज्य और केंद्र के कई वरिष्ठ मंत्री और अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं। सुरक्षा तैयारियां भी पुख्ता हैं।
8 लाख घरों में लड्डू बांटने की हो रही तैयारी
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को उद्घाटन और लोकार्पण कार्यक्रम में 8 लाख घरों में लड्डू बांटने की भी तैयारी है। इसके लिए 14 हजार किलो बेसन, 7 हजार किलो चीनी, 7 हजार किलो घी का इंतजाम किया गया है। लड्डू बनाने के लिए 10 लोगों क लगाया गया है। 600 श्रमिक दिन रात इसके लिए काम कर रहे हैं। निश्चित तौर पर वाराणसी के लिए 13 दिसंबर का दिन काफी खास होगा।