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महामारी में एनएसएस के स्वयंसेवकों ने जान जोखिम में डालकर मानव सेवा की: बन्ना गुप्ता

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द फॉलोअप टीम, रांची:
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि एनएसएस के स्वयंसेवक मानव हित का कार्य करते हैं। कोविड-19 जैसे महामारी में भी स्वयंसेवकों ने जान जोखिम में डालकर मानव हित का कार्य किया है। हम मां भारती के संतान हैं। उनकी रक्षा करना हमारा दायित्व है। बन्‍ना ने उक्त बातें कोरोनाकाल में स्वयंसेवकों के कार्यों एवं अनुभवों की समीक्षा  विषयक आयोजित एक दिवसीय वेबिनार में बतौर मुख्य अतिथि कहीं। उन्होंने कहा कि सामूहिक प्रयास से आज कोविड-19 का दूसरे चक्र पर समाप्ति की कगार पर हैं। लेकिन हमें वैज्ञानिकों के सुझाव कोविड-19  के तीसरी लहर को हल्के में नहीं लेना है। उन्होंने प्रकृति संरक्षण पर विशेष ध्यान देने की बात कही। उन्होंने रक्त के चार कंपोनेंट लाल रक्त कण, श्वेत रक्त कण, प्लाज्मा एवं प्लेटलेट्स को दीर्घकालीन संग्रहन की जानकारी दी तथा कहा कि सात जिले में इसकी स्थापना हुई है। 

स्वयंसेवकों ने कोविड-19 में उत्कृष्ट कार्य किया: डॉ. कामिनी कुमार
अध्यक्षीय संबोधन में रांची विद्यालय की कुलपति डॉ. कामिनी कुमार ने कहा कि कोरोनाकाल की महामारी में एनएसएस के स्वयंसेवकों ने उत्कृष्ट सामाजिक कार्य किया है। कोविड-19 महामारी के दौरान मास्क  वितरण,  समाजिक दूरी बनाना, जागरूकता ,वैक्सीन टीकाकरण में  सहभागिताी  जैसे अनेकों कार्य किया है। 



एनएसएस की गतिविधियों में झारखंड में काफी कोआर्डिनेशन :  असित सिंह
भारत सरकार के युवा मामलें एवं खेल विभाग के  संयुक्त सचिव असित सिंह ने कहा कि देश में एन एस एस एवं एन वाई के एस 75 लाख स्वयंसेवक हैं। जिसमें से केवल एन एस एस के 40 लाख स्वयंसेवक है। 62 लाख  युवा योध्दा  के रूप में जुड़े हैं। इनके कार्य की प्रशंसा देश के प्रधानमंत्री के मन की बात में की गई है। 

सामाजिक कार्यों के प्रति वफादार हैं स्वयंसेवक : डॉ ब्रजेश
बिहार और झारखंड के एनएसएस क्षेत्रीय कार्यालय के क्षेत्रीय निदेशक पीयूष परांजपे ने कहा कि झारखंड राज्य में एनएसएस की गतिविधियां काफी सराहनीय रही है। वेबिनार  का संचालन करते हुए राज्य एनएसएस पदाधिकारी डॉ ब्रजेश कुमार ने कहा कि एनएसएस के स्वयंसेवक वगैर किसी स्वार्थ के कार्य करते हैं। इनकी सामाजिक कार्यों की तुलना अतुलनीय है। झारखण्ड राज्य पर्वेक्षण बोर्ड के सदस्य डॉ पारस नाथ मिश्रा ने भी संबोधित किया।

24 जिलों के 25 स्वयंसेवकों ने साझा किए अपने अनुभव
वेबिनार में धन्यवाद ज्ञापन यूनिसेफ के कम्युनिकेशन ऑफिसर आस्था अलंग ने किया। वेबिनार में डॉ प्रियंका सिंह ने वीडियो प्रेजेंटेशन के माध्यम से कोविड-19 महामारी के दौरान  किए गए कार्यों को प्रस्तुत किया, जिसमें  न डरना है, न घबराना है, मिलकर कोरोना को हराना है की प्रस्तुति की गई। वेबिनार में राज्य के विश्वविद्यालयों के एन एस एस  कार्यक्रम समन्वयक क्रमशः डॉ मेरी मार्गरेट टुडु,डॉ जौनी रूफिना तिर्की, डॉ दारा सिंह गुप्ता, डॉ मसूफ अहमद, डॉ विभेष कुमार चौबे सहित सभी जिलों के नोडल पदाधिकारी ,  राँची विश्वविद्यालय से दिवाकर  आनंद,एवं फलक फातिमा, एस के एम यू, दुमका से जतिन कुमार ,बिनोद बिहारी महतो विश्वविद्यालय के  रितेश कुमार, नीलांबर- पीतांबर विश्वविद्यालय के सुगंध कुमार, कोल्हान विश्वविद्यालय के  शंभू शंकर बेहरा समेत लगभग 400  सौ प्रतिभागीगण उपस्थित थे।