द फॉलोअप टीम, चतरा:
सिमरिया प्रखंड के विभिन्न गांवों में गरीब अपने हक और रोजगार से वंचित हो रहे हैं। प्रखंड विकास पदाधिकारी और मनरेगा कर्मियों की कारगुजारियों से निबंधित मजदूर रोजगार से वंचित हो रहे हैं। उनके पास लेबर कार्ड है फिर भी मनरेगा योजना क्रियान्वयन में मजदूरों से काम नहीं करकर धड़ल्ले से जेसीबी का उपयोग किया जा रहा है। जिससे मजदूरों को रोजगार नहीं मिल रहा है।
रात के अँधेरे में हो रहा काम
जेसीबी का उपयोग कर बिचौलिये रात के अंधेरे में मनरेगा का काम कर रहे हैं। रातों रात मार्च क्लोजिंग से पहले मनरेगा योजना के तहत आवंटित डोभा और कूप का निर्माण तेजी से जेसीबी के सहयोग से कराया जा रहा है। लेकिन फिर भी प्रशासन चुप्पी साधे है। बीडीओ और अन्य मनरेगा कर्मियों पर लापरवाही के गंभीर आरोप लग रहे हैं।
दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई
मजदूरों के बजाय जेसीबी के इस्तेमाल होने की सूचना को एसडीओ सुधीर दास को होने के बाद मामले को ने गंभीरता से लिया गया है। उन्होंने जांच कर मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की करने की बात कही है। लेकिन एक सवाल यह उठता है कि मजदूरों को रोजगार आखिर इतनी बड़ी योजना में लूट आखिर किसके सह पर चल रही है। यही स्थिति रही तो मजदूरों को 100 दिन काम कैसे मिलेगा।