logo

कितनी अलग होगी बच्चों की कोविड वैक्सीन! एम्स में क्लिनिकल ट्रायल की स्क्रीनिंग शुरू

9535news.jpg
द फॉलोअप टीम, दिल्ली:

एम्स में सोमवार से बच्चों के लिए कोविड वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ के लिए क्लिनिकल ट्रायल का स्क्रीनिंग चरण शुरू हो गया। 12 से 18 साल के कुछ बच्चों की स्वास्थ्य जांच की गई है।  वहीं पटना एम्स में क्लिनिकल ट्रायल की प्रक्रिया को शुरू की गई है। एम्स पटना के मेडिकल सुपरिटेंडेंट प्रोफ़ेसर सीएम सिंह के अनुसार  उनके अस्पताल में शुरुआती दौर में तीन बच्चों को वैक्सीन दी गई है। भारत में अब तक 25 बच्चों को वैक्सीन दी जा चुकी है। उन बच्चों की सेहत पर लगातार नज़र भी रखी जा रही है। 

दूसरे देशों में मिल चुकी है मंजूरी 
बच्चों को दिए जाने वाले वैक्सीन को दूसरे देश जैसे अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, सिंगापुर और संयुक्त अरब अमीरात में मंजूरी मिल चुकी है। चीन में  कोरोनावैक को तीन साल से ज़्यादा उम्र के बच्चों के लिए मंजूरी मिल गयी है।  फाइज़र और मॉडेर्ना जैसी कई कंपनियों ने बच्चों पर अपने ट्रायल पूरे कर लिए है।  ब्रिटेन में फाइज़र को मंजूरी भी मिल गयी है। कनाडा में वैक्सीनेशन शुरू किया जा चुका है। 

क्या भारत भी आ सकता है फाइजर 
क्या भारत सरकार भी बच्चों के लिए फाइज़र को मंगवाने का विचार कर रही है। नीति आयोग से जुड़े डॉ वीके पॉल ने बताया कि भारत में बच्चों के टीकाकरण के लिए लगभग 25-26 करोड़ वैक्सीन की ज़रूरत है इस व्यवस्था में सही नहीं होगी जब कुछ लोग वैक्सीन ले सकें और कुछ न ले पाएं।