द फॉलोअप टीम, रांची :
जेटेट परीक्षा पास करने के लिए अंकों में कुछ फेरबदल किया गया है। जेटेट पास करने के लिए अब अनुसूचित जाति, जानजाति व दिव्यांग छात्रों को न्यूनतम अंक 50 फीसदी लाना होगा। पास मार्क्स को कम किया जा रहा है। विभाग से इस पर सहमति मिल गयी है। गौरतलब है कि 2019 की नियमावली के अनुसार प्रत्येक खंड में 40 फीसदी अंक लाना होता था, और फिर कुल प्राप्तांक का पास मार्क्स 60 फीसदी निर्धारित किया गया था।
इस तरह लाना होता था अंक
अनुसूचित जाति, जनजाति, दिव्यांग व पिछड़ा वर्ग को 5 फीसदी छूट दी गयी थी। यानि इन विद्यार्थियों को कुल प्राप्तांक का 55 फीसदी और हर खंड में 35 फीसदी अंक लाना होता था लेकिन अब इन वर्गों के छात्रों के पास मार्क्स में बदलाव हुआ है। विभिन्न परीक्षाओं में एससी, एसटी विद्यार्थियों का कट अफ, समान्य व पिछड़ा वर्ग के छात्रों के मुकाबले कम रहता है, इसे देखते हुए ही इसमें बदलाव किया गया है।
इतने नंबर लाना अनिवार्य
सामान्य जाति 40- 60, अनुसूचित जाति 30- 50, अनुसूचित जनजाति 30- 50, पिछड़ा वर्ग 35 -55, आर्थिक दृष्टिकोण से पिछड़ा वर्ग 35 -55, दिव्यांग 30 -50