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थानेदार ने लिए नकद 50 हजार और 42 हजार का मोबाइल, एसपी ने किया निलंबित

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द फ़ॉलोअप टीम, चतरा: 
भ्रष्ट पुलिसकर्मियों के किस्से तो हमें अक्सर ही सुनने को मिल जाते हैंं। भ्रष्टाचार की एक और घटना चतरा से आ रही है जहाँ एसपी ऋषभ कुमार झा कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं। इसी दौरान एसपी ने कार्रवाई करते हुए, केस के नाम पर 50 हजार रुपया और मोबाईल लेने वाले इटखोरी थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया। एसपी ऋषभ कुमार झा ने इटखोरी थाना प्रभारी सचिन कुमार दास के ऊपर लगे आरोप की जांच डीएसपी हेडक्वार्टर करवाया। जांच के दौरान मोबाइल लेने की बात सही पाई गई।जिसके बाद थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया।

क्या है मामला
जिला के इटखोरी थाना क्षेत्र के बढ़हीचक निवासी सुबोध सिंह ने गुरुवार को हजारीबाग रेंज के डीआईजी एपी होमकर को एक आवेदन देकर इटखोरी के तत्कालीन थाना प्रभारी सचिन कुमार पर गंभीर आरोप लगाया था। कहा था कि थाना प्रभारी ने मुझसे 50 हजार नगद और एक 42 हजार का मोबाइल लिया है। सुबोध सिंह ने आवेदन में लिखा था कि 19 अक्टूबर 2020 को सचिन कुमार ने मेरे घर पर हमला करने वाले आरोपियों के पर कार्रवाई करने और आरोपियों के द्वारा भी मेरे ऊपर काउंटर केस नहीं करवाने के नाम पर एक लाख की मांग की थी। साथ ही सुबोध ने बताया की उन्हें  यह कहा गया कि आरोपियों ने मेरे घर पर हमला किया। मेरी पत्नी के साथ दुर्व्यवहार किया और मेरे से ही पैसा क्यों मांग रहे हैं तो थानेदार ने कहा कि पैसा किसी भी कीमत में चाहिए। मुझे मोबाइल लेना है। इसके बाद मुझे हजारीबाग साथ ले जाकर वनप्लस मोबाइल अपने नाम पर खरीदवाया। 

पैसे मोबाइल लेने के बाद भी नहीं की गयी थी कोई कार्रवाई
पीड़ित सुबोध ने जानकारी देते हुए कहा कि जिसका मोबाइल का भुगतान उसने पेटीएम से किया और पुलिसकर्मी ने नगद पचास हजार रुपया भी ले लिया। इसके साथ ही सुबोध ने कहा की पैसे और मोबाइल लेने के बाद भी आरोपियों को बचाने के लिए उनलोगों से मेरे ऊपर केस करवाया गया, मेरे घर पर हमला कर मेरी पत्नी से दुर्व्यवहार करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। पूरी घटनाक्रम का जिक्र करते हुए दारोगा सचिन कुमार पर कार्रवाई की मांग के साथ न्याय की गुहार डीआईजी से लगाई गई थी।