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कोरोना पॉजिटिव होने पर प्रसव पीड़ा से तड़पती महिला को डॉक्टरों ने लेबर रूम से किया बाहर

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द फॉलोअप टीम, जमशेदपुरः
जमशेदपुर में MGM अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही ने एक गर्भवती की जान ले ली।  अस्पताल प्रबंधन पर आरोप है कि महिला लेबर रूम के बाहर प्रसव पीड़ा से तड़पती रही लेकिन किसी डॉक्टर या नर्स को उसपर तरस नहीं आयी। मृतक महिला का नाम पूजा देवी है। बताया जा रहा है कि पूजा के एडमिट होने के बाद पता चला कि वह कोरोना पॉजिटिव है। यह मालूम होते ही डॉक्टर और पारा मेडिकल स्टॉफ ने उसे लेबर रूम से बाहर कर दिया। इस बीच गर्भवती प्रसव पीड़ा से तड़पती रही। महिला के परिजन गुहार लगाते रहे किसी का दिल नहीं पसीजा।


 

परिजनों ने किया हंगामा
पूजा की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल परिसर में हंगामा किया। मौके पर साकची पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने कार्रवाई का भरोसा दिया तब जाकर मामला शांत हुआ। पिता दिनेश प्रसाद रजक ने बताया बेटी का इलाज नहीं किया गया क्योंकि वह कोरोना पॉजिटिव हो गई थी, सही समय पर इलाज नहीं मिला इस वजह से उसकी मौत हो गई। रविवार सुबह आठ बजे बेटी पूजा  को प्रसव पीड़ा होने पर उसे अस्पताल के महिला एवं प्रसूति रोग विभाग में दिखाया। इस दौरान डॉक्टरों ने देखा और भर्ती कर दिया था। 


 

खून लाने भेजा गया था 
पिता ने बताया कि डॉक्टरों ने उन्हे ब्लड बैंक से खून लाने के लिए कहा। परिजन खून लेकर आ गए। तब तक पूजा की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। इसके बाद डॉक्टर मरीज को छोड़कर चले गए। । वह तड़पती रही। परिजन कई बार डॉक्टरों को बुलाने गए, लेकिन ड्यूटी पर कोई नहीं था। नर्सों ने कहा कि कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसलिए मरीज को बाहर रखा गया है। दोपहर में डॉक्टर आए। इसके बाद ऑपरेशन थिएटर ले जाने की बात की तब तक उसकी मौत हो गई।


क्या कहता है अस्पताल प्रबंधन 
अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि गर्भवती के इलाज में कोई लापरवाही नहीं हुई है। मरीज पहले से एनीमिक थी। उसकी कोरोना जांच कराई गई तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। फिर कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए उसे अन्य मरीजों से अलग कर ओटी में ले जाया गया। इस दौरान उसकी सांस तेज गति से फूलने लगी। पल्स भी गिरने लगा। हालांकि डॉक्टरों ने उसे बचाने का हर संभव प्रयास किया, लेकिन नहीं बचा सके।