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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का होगा तख्तापलट! सियासी खींचतान के बीच दिल्ली दरबार में लगाई हाजिरी

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द फ़ॉलोअप टीम, दिल्ली:

17 जून 2021 को छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल की नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी थी। सरकार बने हुए अब ढाई साल हो चुके है। एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि ढाई साल वाला फार्मूला लागू होगा कि नहीं। कुछ दिन पहले ही स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और भूपेश बघेल के बीच पीएल पुनिया की मौजूदगी में दिल्ली में मुलाकात भी हुई थी। दोनों साथ-साथ लौटे तो लगा ऑल इज वेल हो गया है, लेकिन सियासत में सब कुछ इतना सामान्य नहीं होता जितना दिखाया जाता है। 

विधायकों ने दिल्ली दरबार में लगाई हाजिरी
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के पद को लेकर जारी सियासी खींचतान दिल्ली तक पहुंच चुकी है। राज्य के आधे से ज्यादा विधायक दिल्ली पहुंच चुके है। । वह मजूद केंद्रीय मंत्री से उनकी मुलकात होगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे और उनको विधायकों की सूची सौपेंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का दावा है कि उनकी सरकार सुरक्षित है। उनको अभी भी 70 से भी ज्यादा विधायकों का समर्थन हासिल है। वे पद के प्रमुख दावेदार भी हैं। 

 

सियासी गहमागमी के बीच दिल्ली प्रवास
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री बघेल ने दिल्ली रवाना होने से पहले रायपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से कहा- कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव वेणुगोपाल ने मुझे बुलाया है, इसलिए दिल्ली जा रहा हूं। वहां राहुल गांधी से भी मुलाकात होगी। पार्टी के सीनियर लीडर और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा था कि टीम का हर व्यक्ति कप्तान बनना चाहता है, इस बयान पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा, "उनकी व्यक्तिगत बातों पर मैं कुछ भी नहीं कहना चाहता हूं।

छत्तीसगढ़ कांग्रेस में अंदरूनी कलह
बीते गुरुवार को अचानक प्रदेश का राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदला। दोपहर से मंत्रियों-विधायकों के दिल्ली जाने का सिलसिला शुरू हो गया। दोपहर में मंत्री शिव डहरिया, अनिला भेंडिया, संसदीय सचिव विकास उपाध्याय पहुंचे तो शाम को मंत्री अमरजीत भगत की आमद हुई। कहा जाता है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार बनी तब तय हुआ था कि ढाई-ढाई साल के लिए दो मुख्यमंत्री बनाए जाएंगे।

छत्तीसगढ़ में जारी है सियासी खींचतान
अब इस मुद्दे पर छत्तीसगढ़ में सत्ता के दो केंद्रों के बीच खींचतान चरम पर है। मुख्यमंत्री बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने मंगलवार को राहुल गांधी से मुलाकात की थी। उनकी बैठक सोनिया गांधी के साथ भी होने वाली है। बुधवार को यह नहीं हो पाई। बघेल रायपुर लौट आए थे। रायपुर हवाई अड्‌डे पर मुख्यमंत्री के समर्थकों ने शक्ति प्रदर्शन किया था। उधर, टीएस सिंहदेव भी प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के कहने पर दिल्ली में ही रूक गए थे।