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11 महीने बाद पलामू टाइगर रिजर्व में दिखा बाघ 

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द फॉलोअप टीम, पलामू:
पलामू टाइगर रिजर्व के वन कर्मी काफी खुश हैं। आपको बता दें कि बाघिन आशा की मौत के लंबे अरसे बाद बाघ देखा गया है। हालांकि तस्वीर नहीं ली जा सकी, लेकिन रेंजर तरुण सिंह ने प्रत्यक्ष रूप से गश्ती के दौरान बाघ देखा, उनके साथ मौजूद पांच ट्रैकर गार्ड ने भी बाघ को जंगल के रास्ते से गुजरते हुए देखा।


बाघिन आशा की मौत 

क्षेत्र पूरी तरह अलर्ट
पलामू टाइगर रिजर्व में बाघ दिखने वाले क्षेत्र को पूरी तरह से अलर्ट कर दिया गया है। बाघ के पैर के निशासन और स्केट की खोज शुरू कर दी गयी है। इसकी पुष्टि करते हुए पलामू टाइगर रिजर्व के क्षेत्र निदेशक कुमार आशुतोष ने बताया कि सोमवार को गश्ती के दौरान रेंजर तरुण सिंह ने प्रत्यक्ष रूप से बाघ को देखा है। पूर्व में भी इस क्षेत्र में बाघ के स्केट को देखा गया था। जिसकी जांच के लिए देहरादून भेजा गया है। इस बार प्रत्यक्ष रूप से बाघ दिखा है। इस कारण बाघ की सुरक्षा के दृष्टिकोण से पूरी सावधानी रखी जाएगी।


2018 में बाघों की संख्या थी जीरो
आपको बता दें कि पिछले वर्ष 15 फरवरी को बेतला नेशनल पार्क क्षेत्र में एक बाघिन आशा की मौत हो गयी थी। उसके बाद से बाघ नहीं देखा गया था, जबकि 500 से अधिक कैमरा ट्रैप और 300 से अधिक टाइगर ट्रैकर गार्ड लगाये गये हैं। 2018 में वर्ल्ड टाइगर डे के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा जारी रिपोर्ट में पीटीआर में बाघों की संख्या शून्य बताई गयी थी। इधर, बेतला नेशनल पार्क में तेंदुआ के दो बच्चों को देखा गया है, जिसकी तस्वीर कैमरा ट्रैप में कैद की गयी है।