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सहभागिता से ही खत्म होगी बाल विवाह की कुप्रथा, गोड्डा में हुआ वर्चुअल कार्यक्रम

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द फॉलोअप टीम, गोड्डा: 

गोड्डा जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा सुंदरपहाड़ी प्रखंड के सभी हितधारकों को ऑनलाइन वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए बाल विवाह उन्मूलन संबंधी बातों से अवगत करवाया गया। हितधारकों को बाल विवाह निरोधक कानून तथा इससे होने वाली हानियों के बारे में बताया गया। कार्यक्रम में जिला स्तर पर बाल विवाह उन्मूलन के लिए तैयार की गयी कार्य योजना की जानकारी दी गयी। 

बाल विवाह उन्मूलन के लिए सहभागिता जरूरी
जानकारी के मुताबिक इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सभी संबंधित विभाग, संस्था तथा हितधारकों को उनकी जिम्मेदारियों से अवगत करवाया गया था। ये कार्य-योजना जिला बाल संरक्षण इकाई और यूनिसेफ के संयुक्त प्रयास से बनाई गयी है। जिला समन्वय अमित कुमार ने बाल विवाह उन्मूलन कार्य योजना की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि बाल विवाह एक सामाजिक कुरीती है। ये वर्षों से चली आ रही है। उन्होंने कहा कि इसके उन्मूलन के लिए सभी सहभागिता जरूरी है। 

बाल विवाह के खिलाफ काम के लिए दिया निर्देश
जिला बाल संरक्षण इकाई के पदाधिकारी ने कहा कि इस कुप्रथा के अंत के लिए जन प्रतिनिधियों की भी भूमिका अहम है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जारी निर्देशिका में गांव के स्तर पर बाल संरक्षण समिति में उन्हें सम्मिलित किया गया है। उन्होंने बताया कि सभी संबंधित हितधारकों को बाल विवाह के उन्मूलन हेतु कार्य योजना में दिए गए निर्देशों के अनुकूल कार्य करने के लिए खहा गया। उन्होंने कहा कि इस कुप्रथा के अंत के लिए सभी की सहभागिता अपेक्षित है।